जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे (Shinzo Abe) का निधन हो गया है। आज सुबह भाषण के दौरान उन्हें गोली मारी गई थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया गया था। जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत को बेहद नाजुक बताया था। उनके शरीर के सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। यह जानकारी मिलते ही कैम्पेन रद्द करके पीएम किशिदा हेलिकॉप्टर से वापस टोक्यो आए थे। हमलावर शिंजो आबे की नीतियों से नाराज था। इसलिए उसकी हत्या की थी। 41 वर्षीय हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया। शिंजो आबे पर नारा शहर में हमला हुआ था। यह हमला उन पर उस दौरान हुआ है जब वह पश्चिमी जापान के नारा शहर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
पीएम मोदी ने जताया दुख
हमले के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुःख जताया है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ” मेरे प्रिय मित्र शिंजो आबे पर हुए हमले से व्यथित हूं। हमारी दुआएं और प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।” इस मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध हमलावर को भी गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा ही कि हमलावर ने शिंजो आबे पर पीछे से उस दौरान हमला किया जब वे नारा शहर में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी बीच शिंजो आबे को गोले लगने के बाद जापान के पीएम फुमियो किशिदा अपना कैम्पेन छोड़कर टोक्यो के लिए रवाना हो गए।
Sharing a picture from my most recent meeting with my dear friend, Shinzo Abe in Tokyo. Always passionate about strengthening India-Japan ties, he had just taken over as the Chairman of the Japan-India Association. pic.twitter.com/Mw2nR1bIGz
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2022
2020 में दिया था प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा
आपको बता दें कि शिंजो आबे पीएम मोदी के अच्छे दोस्तों में से एक हैं। उन्होंने साल 2020 के अगस्त में जापान के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यह फैसला अपने स्वास्थ्य कारणों की वजह से लिया था। 65 वर्षीय अबे ने पद छोड़ने की घोषणा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें इंटेस्टिनाइल बीमारी का इलाज करने के लिए कुछ समय की जरूरत है इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। पिछले दो हफ्तों के दौरान शिंजो आबे को दो बार अस्पताल जाना पड़ा है। इससे बात के अनुमान लगाए जा रहे हैं कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है। 2012 में पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव जीतने के बाद शिंजो आबे दोबारा प्रधानमंत्री बने थे। सात साल के इस कार्यकाल ने उन्हें जापान का सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहने का गौरव प्रदान किया है। अबे का कार्यकाल समाप्त होने में अभी एक साल का वक्त बचा था।
विश्व नेताओं ने हमले की निंदा की
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने इस घटना को ‘‘नृशंस और बर्बर’’ बताया है। तुर्किए से लेकर सिंगापुर तक के नेताओं ने इस हमले की निंदा की और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गोलीबारी को ‘‘घिनौना कृत्य’’ करार दिया। जॉनसन ने ट्वीट किया, ‘‘उनके वैश्विक नेतृत्व को हमेशा याद किया जाएगा। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्तों और जापानी लोगों के साथ हैं। इस दुखद समय में ब्रिटेन आपके साथ खड़ा है।’’
Incredibly sad news about Shinzo Abe.
His global leadership through unchartered times will be remembered by many. My thoughts are with his family, friends and the Japanese people.
The UK stands with you at this dark and sad time.
— Boris Johnson (@BorisJohnson) July 8, 2022
अमेरिकी विदेश मंत्री ने दुख जताया
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका इस घटना को लेकर ‘‘बहुत दुखी और चिंतित’’ है। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ‘‘हम जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे पर हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध और दुखी हैं।’’ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि आबे पर हमला हैरत में डालने वाला है। उन्होंने आबे को ‘‘वास्तव में एक महान व्यक्ति और नेता’’ बताया और कहा कि वह ‘‘मेरे और उससे कहीं ज्यादा अमेरिका के सच्चे मित्र रहे।’’
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्रियों ने दी श्रद्धांजली
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंटनी अल्बानीज ने ट्वीट किया, ‘‘जापान से हैरान करने वाली खबर आ रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को गोली मारी गयी है। हमारी संवेदनाएं उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।’’ न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने शुक्रवार को कहा कि वह ‘‘बहुत ज्यादा स्तब्ध’’ हैं। अर्डर्न ने कहा, ‘‘जब मैं प्रधानमंत्री बनी थी तो वह उन पहले नेताओं में से एक थे जिनसे मैंने मुलाकात की थी। वह अपनी भूमिका के लिए बहुत प्रतिबद्ध रहने के साथ ही दयालु और विनम्र भी थे। मुझे याद है कि हाल में जब मैंने उनसे मुलाकात की थी तो उन्होंने हमारे पालतू जानवर की मौत के बारे में पूछा था। यह छोटी-सी बात हो सकती है लेकिन यह बताता है कि वह किस तरह के इंसान थे। मेरी संवेदनाएं उनकी पत्नी और जापान के लोगों के साथ हैं। ऐसी घटनाएं हम सभी को हिला देती हैं।’’
सिंगापुर, मलेशिया, इटली, इंडोनेशिया और चीन के शीर्ष नेताओं ने दुख जताया
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लुंग ने इसे ‘‘हिंसा का कृत्य’’ बताते हुए इसकी आलोचना की। ली ने फेसबुक पर कहा, ‘‘श्रीमान आबे सिंगापुर के अच्छे मित्र रहे। मैंने तोक्यो की यात्रा पर मई में उनके साथ दोपहर का भोजन किया था। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थना, आबे और उनके परिवार के साथ हैं।’’ मलेशिया के विदेश मंत्री सैफुद्दीन अब्दुल्ला ने कहा कि वह इस घटना से दुखी और स्तब्ध हैं। इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि इटली आबे के परिवार, सरकार और जापानी लोगों के साथ खड़ा है। इंडोनेशिया के विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी ने आबे के ‘‘असामयिक निधन’’ पर शोक व्यक्त किया। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीन ने आबे के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि गोलीबारी को द्विपक्षीय संबंधों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।