रेपो दर में हल्की वृद्धि से बाजार उत्साहित, सेंसेक्स 378 अंक, निफ्टी 150 अंक चढ़ा

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Light increase in repo rate cheers the market, Sensex rises 378 points, Nifty rises 150 points

मुंबई, (भाषा) नीतिगत रेपो दर में वृद्धि की रफ्तार नरम होने से बुधवार को घरेलू शेयर बाजार में सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय एवं पेट्रोलियम शेयरों में खरीदारी से दोनों प्रमुख सूचकांक आधा प्रतिशत से अधिक की बढ़त पर बंद हुए।.

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक सेंसेक्स 377.75 अंक यानी 0.63 प्रतिशत चढ़कर 60,663.79 अंक पर बंद हुआ। इसके साथ ही सेंसेक्स में पिछले दो दिन से जारी गिरावट थम गई।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी भी 150.20 अंक यानी 0.85 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,871.70 अंक पर बंद हुआ। इस तेजी के पीछे अडाणी एंटरप्राइजेज, अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड और एचडीएफसी लाइफ के शेयरों की बड़ी भूमिका रही।

सेंसेक्स में शामिल शेयरों में से बजाज फाइनेंस ने सर्वाधिक 3.14 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की। अल्ट्राटेक सीमेंट, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इन्फोसिस, विप्रो, एचसीएल टेक, टीसीएस, बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, टाइटन और मारुति सुजुकी के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए।

दूसरी तरफ, एलएंडटी को 1.62 प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा। भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में भी गिरावट रही।

अडाणी समूह की अधिकांश कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गई। समूह को बैंकों की तरफ से दिए गए कर्ज को लेकर रेटिंग एजेंसियों की तरफ से आए सकारात्मक बयानों से इनके शेयरों को मजबूती मिली। समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 19.76 प्रतिशत चढ़ गया।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘आरबीआई ने बाजार की उम्मीदों के अनुरूप रेपो दर में छोटी बढ़ोतरी ही की। इससे तेजड़िये हावी हो गए और लिवाली का जोर रहा।’’

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि करने का फैसला किया है जिसके बाद यह बढ़कर 6.50 प्रतिशत हो गई है। इसके अलावा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि के अनुमान को भी 6.8 प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत कर दिया गया है।

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ‘‘अनुकूल वैश्विक संकेतों से घरेलू बाजारों को समर्थन मिला और वे दो दिन की गिरावट से उबरने में सफल रहे।’’

एशिया के अन्य बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी बढ़त के साथ बंद हुए जबकि जापान का निक्की और चीन के शंघाई कम्पोजिट में नुकसान रहा।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजारों से निकासी का सिलसिला जारी रखा है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने मंगलवार को 2,559.96 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की।

भाषा प्रेम

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