शनिदेव फिलहाल मकर राशि में गोचर कर रहे है. लेकिन, 2022 के अप्रैल तक वह कुंभ राशि में विराजमान हो जाएंगे. जहां वे ढाई साल तक रहेंगे. जिसके बाद वह स्वयं की राशि में विराजमान हो जाएंगे. ऐसे में 2024 तक ये सबसे प्रभावशाली ग्रह बनकर उभरेंगे. आपको बता दें कि शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है. जो आपके क्रम के अनुसार फल देते है. कुंडली में इनके प्रभाव से व्यक्ति रंक से राजा तो राजा से रंक भी बन सकता है.
ऐसे में जब 2024 तक शनि सर्वाधिक प्रभावशाली ग्रह बन जायेंगे तो सभी राशि के जातकों को इसका लाभ मिल सकता है. जो विधि-विधान से शनिदेव की पूजा करके उन्हें खुश करेगा वह मनचाहे फल का भागी होगा.
इस मामले के जानकार ज्योतिषार्चायों की मानें तो स्वराशि में भ्रमण करने के दौरान शनिदेव प्रभावशाली तो हो ही जायेंगे, साथ ही साथ इससे लोगों के बिगड़े कार्य आसानी से बन सकते है.
शनि के स्वराशि में जाने से क्या होगा फायदा
- न्याय व्यवस्था सुचारू ढंग से कार्य करेगी.
- कानूनी मामलों में भी सुधार आने के संकेत है.
- इतना ही नहीं, कुंडली में शनि कारक ग्रह है तो जातक को चार साल किए गए कर्मों का विशेष परिणाम मिलेगा
- कार्यक्षेत्र में आपके द्वारा किए गए कार्य या प्रयास व्यर्थ नहीं जाएंगे, सफलता मिलने की पूरी संभावना होगी.
- लोगों को नए अवसर प्राप्त हो सकते है
- गलत लोगों पर चलेगा शनिदेव का चाबूक, जीवन में कई परेशानियां झेलनी पड़ जाएंगी
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो शनि राशि चक्र का भ्रमण 30 साल में एक बार पूरा होता है. वैसे तो सभी ग्रह एक से दूसरी राशि में भ्रमण करते रहते हैं. लेकिन, शनि के भ्रमण करने से जातक के जीवन व स्थितियों में काफी बदलाव होता है.