क्या हमारे द्वारा रोजाना खाई जाने वाली सब्जियां वास्तव में ताजा होती है? यह बताना जरा मुश्किल है लेकिन यह बात सच है कि सब्जियों में ताजगी हो या नहीं, लेकिन आज के समय में इन्हें तरोताजा दिखाने के लिए केमिकल का इस्तेमाल होता है। जी हां हरी सब्जियों को लंबे समय तक संरक्षित और ताजगी को बरकरार रखने के लिए उन्हें केमिकल में रखा जाता है वहीं दूसरी तरफ लौकी जैसी सब्जियों का आकार बढ़ाने के लिए ऑक्सीटोन के इंजेक्शन लगाए जाते हैं जो सेहत के लिए नुकसानदायक होते है। इससे कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
आहार विशेषज्ञों को कहना है कि हालांकि लोगों को अपने आहार में ताजा सब्जियों का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि ये स्वादिष्ट और पौष्टिक होने के साथ विटामिन, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन जैसी पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सब्जियां बहुत दिनों से संरक्षित न रखी गई हो। सब्जियों को ताजा बनाएं रखने के लिए इंजेक्शन न लगाया गया हो।
चमकदार सब्जी न खरीदें
हमें ज्यादा चमकने वाली सब्जी ताजा लगती है, लेकिन सब्जी खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जो सब्जी ले रहे हैं, वह अतिरिक्त रंग और चमक लिए हुए न हो। क्योंकि केमिकल के कारण सब्जियां अतिरिक्त चमक और चटख रंग लिए हुए होती हैं। ऐसी सब्जियां खाने से पेट की समस्याएं जैसे अल्सर, एसिडिटी और गैस हो सकती है।
पोषक तत्वों का नष्ट होना
अधिक समय तक संरक्षित कर रखी हुई सब्जियों का प्रयोग बिल्कुल न करें। इन सब्जियों के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं और सेहत को इनका कोई फायदा नहीं मिलता बल्कि आपकी सेहत को नुकसान हो जाता है। सब्जी को बनाने के बाद कुछ घंटों में ही उसका इस्तेमाल करना बेहतर होगा, अन्यथा यह सेहत के लिए हानिकारक भी हो सकती हैं। एक बार सब्जी को बनाने के बाद उसे बार-बार गर्म करके लंबे समय तक इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। ऐसा करने पर उसके पोषक तत्व नष्ट होंगे, स्वाद में भी परिवर्तन होगा और आपको कोई फायदे भी नहीं मिल पाएंगे।
फ्रिज में रखी सब्जी का सेवन
ज्यादातर लोग सब्जी को बनाकर फ्रिज में रख देते हैं और कई घंटों बाद इसका इस्तेमाल करते हैं। सब्जी को फ्रिज में रख देने का मतलब यह नहीं है कि वह जरा भी खराब नहीं होगी। फ्रिज में रखी सब्जी को भी छह-सात घंटे के भीतर इस्तेमाल कर लेना चाहिए। इसके बाद उसके पोषक तत्व खत्म होने लगते हंै। इससे हमें उस सब्जी से वह पोषक तत्व प्राप्त नहीं होते जो वास्तव में हमें चाहिए होते हैं।