NMDC: एनएमडीसी ने ड्रोन आधारित खनिज अन्वेषण के लिए आईआईटी खड़गपुर के साथ समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर

 

हैदराबाद,

भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने ड्रोन आधारित खनिज अन्वेषण के लिए आईआईटी खड़गपुर के साथ 16.03.2022 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। एनएमडीसी छह दशकों से खनिजों की एक विस्तृत श्रृंखला जैसे कि तांबा, रॉक फॉस्फेट, चूना पत्थर, मैग्नेसाइट, हीरा, टंगस्टन और समुद्र तट रेत के साथ-साथ अन्य लिए खनिजों का टोही जी 4 स्तर से लेकर यूएनएफसी के विस्तृत जी 1 स्तर तक अंवेषण कर रहा है । 39;ड्रोन-आधारित खनिज अन्वेषण' के लिए समझौता ज्ञापन पर एक आभासी मंच पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसमें एनएमडीसी की ओर से सुमित देब, सीएमडी; अमिताभ मुखर्जी, निदेशक (वित्त);  सोमनाथ नंदी, निदेशक (तकनीकी); डीके मोहंती निदेशक (उत्पादन) ने और आईआईटी खड़गपुर के प्रोफेसरों ने भाग लिया । उक्त समझौता ज्ञापन पर एनएमडीसी की ओर से निदेशक (उत्पादन) श्री डी.के मोहंती और आईआईटी खड़गपुर की ओर से भूविज्ञान और भूभौतिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस.पी. शर्मा और खनन इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर समीर के पाल ने हस्ताक्षर किए।

एनएमडीसी के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक  सुमित देब ने कहा, एनएमडीसी देश में खनिज अन्वेषण के लिए ड्रोन आधारित भू-भौतिकीय सर्वेक्षण और हाइपरस्पेक्ट्रल अध्ययन करने वाला भारत का पहला सीपीएसई होगा।
आईआईटी-खड़गपुर के साथ एनएमडीसी का गठजोड़ एक नया अध्याय खोलेगा और राष्ट्र के लिए खनिज अन्वेषण के
क्षेत्र में एक बेंचमार्क स्थापित करेगा।“

एनएमडीसी मध्य प्रदेश राज्य में विभिन्न खनिजों के लिए अन्वेषण कर रहा है और हीरे के लिए छत्तीसगढ़ में बेलोदा-
बेलमुंडी ब्लॉक में भी अन्वेषण कर रहा है ।एनएमडीसी मध्य भारत के हीरा प्रांत में अंतरिक्ष भू-भौतिकी का उपयोग
करने वाला पहला सीपीएसई भी है और भुवन प्लेटफॉर्म पर डेटा की खोज की ऑनलाइन निगरानी का उपयोग करने
वाला पहला सीपीएसई भी है। एनएमडीसी अन्वेषण और खनन से संबंधित अपने डेटाबेस के तकनीकी नवाचार में
तेजी ला रहा है।

ड्रोन पर नीति की शुरुआत के साथ, सरकार ने भारत में ड्रोन के उपयोग और संचालन को विनियमित और निगरानी
करने के लिए पहला कदम उठाया है, जिसका उपयोग वर्तमान में कृषि, शहरी नियोजन, वानिकी, खनन, आपदा
प्रबंधन, निगरानी, परिवहन आदि के क्षेत्रों में किया जा रहा है।

एनएमडीसी और आईआईटी खड़गपुर अन्वेषण के लिए स्पेक्ट्रल उत्पादों, प्रणालियों और एल्गोरिदम का विकास
खनन के लिए ड्रोन (यूएवी) का उपयोग करेंगे। एनएमडीसी और आईआईटी खड़गपुर के बीच सहयोग से खनिज
उत्खनन के लिए सॉफ्टवेयर स्पेक्ट्रल उपकरणों का विकास होगा और खनन प्रौद्योगिकी पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम
होंगे।

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