Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : 70 साल पुरानी जयका ग्रुप का कमान 50 के दशक में दादी ने संभाली

जयका समूह की 70वीं वर्षगाँठ पर भव्य रंगारंग कार्यक्रम आयोजित

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train
Naming Of 70 Year Jaika Group In Train

रायपुर। Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : छत्तीसगढ़ और विदर्भ क्षेत्र में ऑटोमोबाइल व्यवसाय जगत में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला प्रतिष्ठित जयका समूह इस वर्ष अपनी स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहा है। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के उपलक्ष्य में जयका समूह ने रायपुर स्थित अपने मुख्य केंद्र, जयका ऑटोमोबाइल्स एंड फायनेंस प्रा. लि., रिंग रोड नं. 1, रायपुरा में एक भव्य रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया।

70वीं वर्षगांठ जयका समूह के लंबी यात्रा और सफलता के सफर को प्रतिबिंबित करती है

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : इस विशेष अवसर पर समूह ने अपने ग्राहकों, कर्मचारियों, व्यापारिक साझेदारों और सहयोगियों का आभार प्रकट किया, जिनके समर्थन ने जयका समूह को सफलता की इस ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान दिया है। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और मनोरंजक गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिससे माहौल में एक खास जोश और उल्लास का संचार हुआ।

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : 70 साल पुरानी जयका ग्रुप का कमान 50 के दशक में दादी ने संभाली

जयका समूह की यह 70वीं वर्षगांठ एक लंबी यात्रा और सफलता के सफर को प्रतिबिंबित करती है, जिसमें उनके व्यवसाय की मजबूत नींव, नवाचार और ग्राहकों के साथ विश्वास का अटूट संबंध है।

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : इस भव्य कार्यक्रम की शुरुआत जयका समूह के संस्थापक स्व. श्री पुरुषोत्तम बालकृष्ण काले और अन्य पूर्व प्रबंध निदेशकों के चित्र पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। जयका समूह की इस 70वीं वर्षगांठ के आयोजन में लगभग 750 अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। संस्थापक के प्रति सम्मान और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने की भावना के साथ, इस कार्यक्रम का आरंभ हुआ, जो समूह की दशकों पुरानी यात्रा और सफलता की कहानी का प्रतीक है।

अधिकारियों और कर्मचारियों ने जयका समूह के भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता को संकल्पित किया

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : इस श्रद्धांजलि के बाद, उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने संस्थापक की विरासत को संजोते हुए और जयका समूह के भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता को संकल्पित किया। यह अवसर समूह की यात्रा के प्रति सम्मान और सभी की सहभागिता को दर्शाता है, जिससे जयका समूह ने उद्योग जगत में एक मजबूत पहचान बनाई है।

इस अवसर पर जयका समूह के प्रबंध निदेशक रोहित काले तथा श्रीमति रश्मि काले (वर्ष 2024-26 हेतु अखिल भारतीय स्तर पर फाडा के डब्ल्यूआईएफ की चेयरपर्सन) एवं उनके सुपुत्र कौस्तुभ काले उपस्थित थे। कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए रोहित काले ने कहा कि 94 वर्ष पुरानी परिवार की ऑटोमोबाइल बिजनेस परंपरा को आगे बढ़ा रहे तथा 70 साल पुराने जयका ग्रुप को नई बुलंदियों पर ले जा रहे हैं।

1930 में काले परिवार ने ली ऑटोमोबाइल की पहली डीलरशिप

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : आजादी के पूर्व 1930 में मध्य भारत की पहली ऑटोमोबाइल डीलरशिप समूह की स्थापना स्व. पुरषोत्तम बी. काले ने फोर्ड मोटर्स एवं फोर्डसोन ट्रैक्टर्स की सेंट्रल प्रोविनेन्स व बरार के 32 जिलों में एक साथ प्रोविंशियल ऑटोमोबाइल के नाम से की थी। पैसेंजर कार से कमर्शियल व्हीकल शोरूम भी स्व. पी.बी. काले ने शुरू की।

उन्होंने वर्ष 1954 में महिंद्रा एन्ड महिंद्रा की पूर्ण रेंज डीलरशिप प्रोविंशियल ऑटोमोबाइल्स नाम से ली, जयका मोटर्स के नाम पर टेल्को का टाटा कमर्शियल व्हीकल का डीलरशिप का स्थापना किए, हिंदुस्तान मोटर का पैसेंजर कार का डीलरशिप प्रोविंशियल ऑटोमोबाइल्स नाम से लिए। इसी साल स्व. पी.बी. काले, श्री पी. एस. जैन के साथ पार्टनरशिप में जयका ब्रांड की स्थापना की तथा टेल्को (वर्तमान टाटा मोटर्स ) की डीलरशिप जयका मोटर्स के नाम से ली गई।

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : वर्ष 1955 में भिलाई मोटर के नाम पर दुर्ग में टेल्को का कमर्शियल व्हीकल का डीलरशिप लिए। वर्ष 1981 में स्व. श्री सतीश काले और श्री कुमार काले के नेतृत्व में काले परिवार को रायपुर छत्तीसगढ़ में टाटा मोटर्स की डीलरशिप का अवसर जयका ब्रांड के साथ फिर प्राप्त हुआ। जो जयका ऑटोमोबाइल एंड फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से आज भी जारी है।

1998 में विदर्भ में हुडई मोटर्स और टाटा पैसेंजर वाहनों की डीलरशिप के बाद वर्ष 2000 में रायपुर में शिवनाथ हुंडई की स्थापना हुई। 2003 में जयका इन्श्योरन्स एन्ड ब्रोकरेज की स्थापना, 2007 में रायपुर में ट्रेलर-टिप्पर का निर्माण भी शुरू हुआ। विदर्भ में 2013 एवं 2017 में फिएट कार व जीप की सेंट्रल एवेन्यू ट्रेडिंग कारपोरेशन लिमिटेड और 2018 में किआ कार की जयका किआ के नाम से डीलरशिप शुरू की।

श्रीमती मंगला काले ने अद्वितीय साहस और धैर्य का परिचय दिया पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : रोहित काले बताते हैं कि 1958 में उनके दादा श्री के.पी. काले की असामयिक मृत्यु के बाद परिवार और कारोबार दोनों के लिए यह एक कठिन समय था। परिवार को इस कठिन परिस्थिति में व्यापार को जारी रखने का महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़ा। ऐसे समय में उनकी दादी, श्रीमती मंगला काले ने अद्वितीय साहस और धैर्य का परिचय दिया और नागपुर के साथ-साथ छत्तीसगढ़ क्षेत्र में व्यवसाय के प्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा ली।

उस दौर में महिलाओं के लिए व्यवसाय संभालना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन श्रीमती मंगला काले ने न केवल परिवार को संभाला बल्कि व्यापार को भी सफलता की दिशा में आगे बढ़ाया। उनकी दूरदर्शिता, मेहनत और लगन ने इस व्यापार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं। उनका यह साहसिक कदम उस समय के समाज के लिए भी एक प्रेरणास्रोत बन गया, जहां महिलाएं कम ही व्यापार के क्षेत्र में कदम रखती थीं।

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : ट्रेन में 70 साल पुरानी जयका ग्रुप का नामकरण

जयका ग्रुप की कहानी और इसका नामकरण एक रोचक किस्सा है, जो इस प्रतिष्ठित व्यवसाय की जड़ों और इसके मूल विचार को दर्शाता है। जयका ग्रुप के संचालक रोहित काले बताते हैं कि उनके परदादा स्व. श्री पुरुषोत्तम बालकृष्ण काले, जब जमशेदपुर में टेल्को की डीलरशिप लेने जा रहे थे, तो उनकी यात्रा के दौरान ट्रेन में पी.एस. जैन से मुलाकात हुई।

संयोग से जैन भी उसी उद्देश्य से जा रहे थे। इस यात्रा के दौरान दोनों के बीच हुई इस मित्रतापूर्ण बातचीत ने जयका ग्रुप के नामकरण की नींव रखी। ‘जय’ शब्द जैन से और ‘का’ शब्द श्री काले से लेकर ‘जयका’ नाम का गठन किया गया और इस तरह जयका ग्रुप का नामकरण हुआ।

जयका ग्रुप की 70वीं वर्षगांठ पर श्रीमती रश्मि काले ने एक विशेष “जे 70” लोगो भी डिज़ाइन किया है, जो इस ग्रुप की एकता और साझेदारी के लंबे सफर का प्रतीक है। उनका मानना है कि बिजनेस का असली मतलब सबको साथ लेकर चलना है। उनके अनुसार, “सबके पास कोई न कोई नया आइडिया होता है, और अगर हम नई सोच और विचारों को आत्मसात करेंगे, तो हम निश्चित रूप से आगे बढ़ पाएंगे।”

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : जयका ग्रुप के 70 वर्षों का यह सफर एक ऐसी विरासत है, जो सामूहिक प्रयास, नई सोच और परस्पर विश्वास पर आधारित है।

अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने संस्थान के आदर्शों, मूल्यों तथा जयका समूह की प्रगति में कर्मचारियों के अमूल्य योगदान की सराहना की। इस अवसर पर कर्मचारियों-अधिकारियों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों में उत्साह के साथ भाग लिया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ी राऊत नाचा, सिंगिंग, डांसिंग, रैम्प वॉक सहित विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम शामिल थे। इस अवसर पर संस्थान के 25 वर्ष पूर्ण किए कर्मचारियों को विशेष उपहार प्रदान कर सम्मानित किया गया।

Naming Of 70 Year Jaika Group In Train : जयका ग्रुप की 70वीं वर्षगांठ के इस भव्य आयोजन में न केवल रायपुर, बल्कि जयका ऑटोमोबाइल, शिवनाथ हुंडई, जयका इंश्योरेंस ब्रोकरेज प्रा.लि., और जयका ट्रेलर मैन्युफैक्चरिंग डिवीजन के सभी कर्मचारियों ने पूरे हर्षोल्लास के साथ भाग लिया। रायपुर के अलावा, धमतरी, महासमुंद, गरियाबंद, बलौदाबाजार, सरायपाली, सिमगा, अभनपुर और राजिम से आए सभी कर्मचारियों की उपस्थिति ने इस उत्सव को और भी खास बना दिया।

कार्यक्रम में उपस्थित कर्मचारियों ने 70 वर्षों की इस उल्लेखनीय यात्रा का जश्न मनाया और समूह की उपलब्धियों पर गर्व महसूस किया। सभी की उपस्थिति ने इस आयोजन में एकता, सामूहिक प्रयास और उत्साह का वातावरण उत्पन्न किया, जो जयका ग्रुप की सफलता और उसकी दृढ़ विरासत का प्रतीक है।


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