हिन्दी विवि: प्राथमिक उपचार का डिप्लोमा पर CM की मौहर, MBBS डीग्र्री धारियों की बढ़ाएगा चिंता

भोपाल
प्रदेश में हिन्दी विश्वविद्यालय के माध्यम से एक वर्षीय प्राथमिक चिकित्सा विशेषज्ञ का डिप्लोमा कोर्स कराना सरकार के गले की फांस बन सकता है। हिन्दी विश्वविद्यालय द्वारा इसको लेकर बुलाई गई साधारण परिषद की बैठक में इस पर मुहर लग सकती है। अगर ऐसा हुआ तो एक साल का डिप्लोमा कर झोलाछाप और नीम-हकीम डॉक्टर प्रदेश में जहां तहां क्लीनिक खोल कर बैठ जाएंगे। ऐसे में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए दिन रात मेहनत करने वालों का मनोबल भी घटेगा।

अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय की साधारण परिषद की आॅनलाइन बैठक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अध्यक्षता में होने वाली है। इसमें उच्च शिक्षामंत्री मोहन यादव उपाध्यक्ष बतौर शामिल होंगे। परिषद की बैठक में चर्चा के लिए सात बिंदु तय किए गए जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा हिंदी विवि द्वारा भारतीय प्राथमिक चिकित्सा परिषद् (फर्स्ट ऐड काउंसिल आॅफ इंडिया) में अध्ययन और सूचना केंद्र खोलना है। इसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री को देना है। अध्ययन केंद्रों में एक वर्षीय प्राथमिक चिकित्सा विशेषज्ञ डिप्लोमा की पढ़ाई होगी।

डिप्लोमा में प्रवेश लेने हिंदी विवि ने प्रवेश कराने विज्ञापन जारी कर नीम, हकीम, अप्रशिक्षित झोलछाप सहित 12वीं पास तथा अस्पतालों में कार्यरत व्यक्तियों को डिप्लोमा में प्रवेश लेने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि इसे मंजूरी मिली तो झोलाछाप डॉक्टर डिप्लोमा लेकर क्लीनिक की कतार लगा देंगे।

एमबीबीएस डिग्रीधरियों का कहना है कि हिंदी विवि ऐसे कोर्स में प्रवेश कराकर नीम-हकीम को क्लीनिक खुलवाने की स्वीकृति दिला सकता है तो हम लाखों रुपये खर्च कर ऐसे पेशे में क्यों आएंगे? इससे उनकी एमबीबीएस और एमडी-एमएस की डिग्री ज्यादा उपयोगी नहीं रह जाएगी। एमबीबीएस डिग्रीधरियों का कहना है कि शासन और राजभवन को डिप्लोमा प्रवेश संबंध में हस्तक्षेप करना चाहिए।

आज होने वाली बैठक में विवि के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक पदों पर भर्ती, मुगालिया कोट के नए भवन के निर्माण कार्य की समीक्षा, दूसरे दीक्षांत समारोह की स्वीकृति व बजट, गोल्ड मेडल पर अनुमोदन, हिंदी विवि को केंद्रीय विवि बनाने के पक्ष में की गई अब तक की कार्रवाई पर चर्चा होगी। साथ ही राज्य और राष्टÑीय स्तर की प्रतियोगिता परीक्षाओं में शामिल होने विद्यार्थियों की तैयारी कराने योजना, कौशल विकास का केंद्र स्थापित के साथ कुलपति द्वारा अनुमोदित अन्य प्रकरण पर चर्चा होगी।

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