नई दिल्ली
इस्राइली स्पाइवेयर पेगासस के जरिये राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों, पत्रकारों आदि की जासूसी की रिपोर्ट्स सामने आई। इसके बाद से कांग्रेस पार्टी भाजपा पर लगातार हमला बोल रही है। कांग्रेस ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जांच और गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है। इस बीच आज यानी शुकवार (23 जुलाई) को मानसून सत्र के चौथे दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पत्रकारों से इस मुद्दे को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि सरकार ने पेगासस का इस्तेमाल राजनीतिक हथियार के तौर पर किया। मेरा भी फोन टैप हुआ है।
राहुल गांधी ने कहा कि जासूसी कांड पर विपक्ष एकजुट है। इस पूरे प्रकरण के लिए सरकार को जिम्मेदार है। इस कारनामे पर गृहमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और प्रधानमंत्री के खिलाफ जांच होनी चाहिए।
राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘क्या हम, आप पेगासस खरीद सकते हैं? कौन इसे खरीद सकता है, कौन इसका इस्तेमाल कर सकता है, ये सरकार को स्पष्ट करना चाहिए।’ वहीं, किसानों के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा, ‘तीनों नए कृषि कानून वापस होने चाहिए, बातचीत से कोई हल नहीं निकलना है।’
इधर, भाजपा का ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज कर दिया। पार्टी का कहना है कि यह मामला संसद के मानसून सत्र से पहले जानबूझकर उठाया गया। भाजपा की ओर से कहा गया है कि ये आरोप एक तरह से भारतीय लोकतंत्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास हैं।
बताते चलें कि सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेगासस सॉफ्टवेयर के जरिये भारतीयों की जासूसी करने संबंधी खबरों को लेकर कहा कि जब देश में नियंत्रण एवं निगरानी की व्यवस्था पहले से है तब अनधिकृत व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से निगरानी संभव नहीं है।