नई दिल्ली,
यूक्रेन पर रूस के हमले की आशंका से चिंतित उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) सहयोगियों के प्रति अमेरिकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हुए पेंटागन पोलैंड में और 3,000 सैन्य बलों को भेज रहा है। पोलैंड में 1,700 सैनिक पहले से ही तैनात हैं। अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने बताया कि ये अतिरिक्त सैनिक अगले कुछ दिनों में उत्तर कैरोलाइना के फोर्ट ब्रैग से रवाना होंगे और अगले सप्ताह की शुरुआत तक पोलैंड में होंगे। इन सैनिकों का मिशन प्रशिक्षण देना होगा और हमले को रोकना होगा, लेकिन वे यूक्रेन में लड़ाई में शामिल नहीं होंगे।
इस घोषणा से कुछ देर पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने यूक्रेन में रह रहे सभी अमेरिकी नागरिकों को सचेत किया था कि वे जल्द से जल्द वहां से निकल जाएं। उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यू्क्रेन पर हमले का आदेश कभी भी दे सकते हैं। नाटो सहयोगियों के लिए प्रतिबद्धता जताने के मकसद से पोलैंड में अमेरिकी बलों की तैनाती के अलावा, जर्मनी में तैनात करीब 1,000 अमेरिकी सैनिक रोमानिया भेजे जा रहे हैं।
I welcomed Chancellor Olaf Scholz of Germany today for his first visit to the White House. We discussed our diplomatic and deterrence response to Russia’s military build-up on Ukraine’s borders, and our shared commitment to working closely together to address common challenges. pic.twitter.com/Uu1ex9J1B6
— President Biden (@POTUS) February 8, 2022
अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन इससे पहले भी कह चुके हैं कि रूस यूक्रेन पर ‘किसी भी दिन’ हमला कर सकता है। उन्होंने कहा है कि संघर्ष की शुरुआत हुई तो मानवता को बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। इससे पहले अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की थी कि रूस ने महीने के मध्य तक अपनी मंशा के अनुरूप कम से कम 70 फीसदी सैन्य साजो-सामान एकत्र कर लिया था।