पाकिस्तान को बहुत बड़ी राहत, भारत से हारा तो रूस ने दिया सहारा

मॉस्को/इस्लामाबाद
भारत और पाकिस्तान के बीच की जंग कोई आज की नहीं है और एक बार फिर जब कूटनीतिक स्तर पर भारत ने पाकिस्तान को हराया है तो उसकी मदद के लिए भारत का दोस्त रूस ही पहुंच गया। भारत के दोस्त रूस ने पाकिस्तान की मदद के लिए बड़ा कदम उठाया है। रूस ने दो सालों के बाद पाकिस्तान के चावल पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया है और पाकिस्तान के लिए ये एक बहुत बड़ी राहत है। बहुत बड़ी राहत इसलिए, क्योंकि दुनिया में टॉप-5 चावल उत्पादन करने वाला देश पाकिस्तान है और पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को चावल से काफी फायदा पहुंचता है।

रूस ने दो सालों के बाद पाकिस्तानी चावल पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया है, जिससे पाकिस्तान में चावल उत्पादन करने वाले किसानों को बहुत बड़ी राहत मिली है और माना जा रहा है कि रूस के इस कदम से पाकिस्तान में चावल उत्पादकों की आमदनी में इजाफा होगा। पाकिस्तानी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक 2019 तक पाकिस्तान हर साल करीब 35 हजार टन चावल का निर्यात रूस को करता था। जिससे पाकिस्तान को करीब 40 से 45 मिलियन डॉलर की आमदनी होती थी। लेकिन, 2019 में रूस ने पाकिस्तान से चावल खरीदने पर रोक लगा दी थी। आपको बता दें कि विश्व में सबसे ज्यादा चावल निर्यातक देश भारत है और चौथे नंबर पर पाकिस्तान आता है।
 
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के खाद्य सुरक्षा विभाग ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि 'रूस ने 11 जून 2021 से पाकिस्तानी चावल पर लगाए गये प्रतिबंध को हटा लिया है। हालांकि, शुरूआत में एनपीपीओ यानि नेशनल प्लांट प्रोटेक्शन ऑर्गेनाइजेशन ने चार पाकिस्तानी चावल कंपनियों को चावल निर्यात करने की इजाजत दी है। इन चार कंपनियों में से दो कराची में हैं, जबकि एक लाहौर और एक चिनियट में स्थित है।' रूस का ये कदम पाकिस्तान के लिए इसलिए भी बहुत बड़ी राहत की बात है क्योंकि यूरोपीयन यूनियन में भारत ने बासमती चावल पर जीआई टैग हासिल करने के लिए आवेदन कर रखा है और भारत के इस कदम से पाकिस्तान काफी गुस्से में है। पाकिस्तानी चावल व्यापारियों ने इसे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बम फोड़ने वाला कदम बताया है। पाकिस्तान मानता है कि अगर भारत को बासमती चावल पर जीआई टैग मिल जाता है तो उसका चावल कारोबार काफी ज्यादा प्रभावित होगा।

 

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