बेमेतरा,
राष्ट्रीय दृष्टिहीनता एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत जिला बेमेतरा में 13 से 18 दिसंबर तक ’’राष्ट्रीय राज मार्ग वाहन चालक नेत्र परीक्षण दिवस’’ मनाया जा रहा है। शिविर में सड़क मार्ग से गुजर रहे वाहन चालकों के आंखों की जांच की जा रही है। जिले के प्रमुख मार्ग सिमगा – कवर्धा राष्ट्रीय राज मार्ग में वाहन चालकों का तिरैया चौक जेवरा में नेत्र परीक्षण शिविरि लगाया गया। शिविर में प्रथम दिवस सोमवार को 37 वाहन चालकों का और द्वितीय दिवस 39 वाहन चालकों सहित कुल 76 का नेत्र परीक्षण किया गया। आंखों की जांच में 2 लोगों में कलर ब्लाइंडनेस, 2 लोगों में दृष्टिदोष, 19 लोगों में दूर दृष्टिदोष प्रेस बायोपिक पाया गया। नेत्र परीक्षण कर 21 वाहन चलकों को चश्मे का नबंर व आई ड्रॉप्स प्रदान किया गया। आंखों की जांच में 2 ऐसे वाहन चालक जिनको कलर की पहचान करने की समस्या हो रही है उनका मोटरव्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई करने आरटीओ का सूचना दे दिया गया है। राष्ट्रीय राज मार्ग में होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए ट्रक चालकों का स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा निःशुल्क नेत्र परीक्षण किया जा रहा है।
जिला नोडल अधिकारी (अंधत्व नियंत्रण) डॉ. समता रंगारी ने बताया, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग वाहन चालक नेत्र परीक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर चलने वाले ड्रायवर समय अभाव के चलते अपना नेत्र परीक्षण नहीं करा पाते है, जिसके कारण कई बार दुर्घटना का शिकार हो जाते है। इसके लिए नेत्र परीक्षण स्थल में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक टीम प्रभारी की नियुक्ति कर अधिकारी, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए हैं। नेत्र परीक्षण कार्यक्रम में डीएसपी कमल नारायण शर्मा, आरटीओ ऑफिसर अरविन्द भगत, नेत्र सहायक अधिकारी कमलेश कुमार डड़सेना, नेत्र सहायक अधिकारी हाशिम खान, विकास मिश्रा(आरक्षक), डोमन (आरक्षक) का सहयोग रहा।
क्यों जरूरी है नेत्र जांच
उम्र बढ़ने के साथ साथ हमारी दृष्टि भी कमजोर होती जाती है। 40 वर्ष की आयु पार करने के बाद, करीब की वस्तुओं पर फोकस करना कठिन हो जाता है, इसलिए समय समय पर नेत्र चिकित्सक से जांच कराना आवश्यक होता है।