नई दिल्ली
नए कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को आज 6 महीना पूरा हो गया है लेकिन सरकार की ओर से किसानों की मांग मानी नहीं गई है और इसी वजह से किसान संगठनों ने आज देशभर में 'काला दिवस' मनाने का आह्वान किया है। किसानों ने लोगों से समर्थन की अपील करते हुए कहा है कि आज सभी अपने घर और वाहन पर काला झंडा लगाएं। इस बारे में एक दिन पहले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि सरकार हमारी सुन नहीं रही है इसलिए आद हम सभी 'ब्लैक डे' मनाएंगे। उन्होंने स्प्ष्ट किया है कि आज के दिन कहीं पर भी जनसभा नहीं होगी। बाहर से कोई दिल्ली नहीं जा रहा। लोग जहां भी होंगे, वो सभी अपने वाहनों पर काले झंडे लगाएंगे।
गांव में सभी किसान सरकार का पुतला दहन करें, समस्त किसान शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करेंगे। दिल्ली पुलिस ने किसानों से की ये अपील फिलहाल किसानों के इस प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है। इस बारे में दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल ने भी बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने किसानों से अपील की है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर कहीं भी कार्यक्रम करने या भीड़ जुटने के स्थिति पैदा ना करें।
मालूम हो कि किसानों का आंदोलन कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार जारी है। राकेश टिकैत ने दोहराया है कि 'जब तक सरकार तीनों कानून वापस नहीं लेती है, तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। हमें संशोधन नहीं चाहिए, हम बस चाहते हैं कि सरकार नए कृषि कानून को खत्म कर दे। सरकार ने बिना सलाह-मशवरा के कानून बनाया है , ये कानून गरीब किसानों के मुंह से निवाला छीन लेगा, सरकार को इसे हर हालत में रद्द करना ही होगा।' खास बात ये है कि किसानों के आज के प्रदर्शन को कांग्रेस सहित 12 बड़ी विपक्षी पार्टियों ने समर्थन दिया है।