छत्तीसगढ़ राज्य की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की भेंट चढ़ रही आम जन की जिंदगी- कोमल हुपेंडी

कुर्सी के खेल में मस्त भूपेश सरकार कब लेगी जनता की सुध बिलासपुर में 9 वर्ष की बच्ची की समय पर इलाज न मिलने से मौत कोरबा में समय पर नहीं पहुंची महतारी एक्सप्रेस, जच्चा-बच्चा की मौत महासमुंद में 3 माह की बच्ची की पोलियो वैक्सीनेशन के बाद मौत

 

रायपुर,

आम आदमी पार्टी का बड़ा आरोप उन्होने ने यह बताया कि  ज्ञात हो कि दिनांक 06 जून 2022 को ग्राम देवकिरारी, ब्लाक बिल्हा, जिला बिलासपुर के करीब 40 लोग चाट गुपचुप खाने से फूड पाइजनिंग के शिकार हो गए |

इनमे से 1 बच्ची, मीनाक्षी कोशले उम्र 9 वर्ष, पिता चंद्रप्रकाश कोशले, की मृत्यु उसी दिन, बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से, सिम्स बिलासपुर लाते समय हो गयी । 6 जून को शाम को ही खबर मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश कोषाध्यक्ष जसबीर सिंग, बिल्हा विधानसभा सचिव रवि यादव • केजू वर्मा, खगेश केवट और साथी बिल्हा सामुदायिक स्वास्थय केंद्र पहुंचे। वहाँ अफरा तफरी की स्थिति थी और 4 बच्चों को सिम्स, बिलासपुर रेफेर किया गया, जिसमे से 2 सिम्स गए और 2 प्राइवेट हॉस्पिटल गए ।

बिल्हा अस्पताल के दूसरे माले पर करीब 20 मरीज भरती थे, जिन्हें अटेंड करने के लिए कोई नर्स या स्वास्थ्य कर्मी हाजिर नहीं था, एक डॉक्टर भूतल पर उपलब्ध थे। सभी मरीजों में भय व्याप्त था और शौचालय, हस्पताल के कमरे के बाहर का कॉरिडोर और सीढ़ियों में सिर्फ गंदगी फैली हुयी थी। फूड पाइजनिंग के कारण मरीज बार बार उल्टी डस्ट के लिए जा रहे थे, किन्तु गंदगी और अव्यवस्था के कारण, भीषण गर्मी में नरकीय जीवन जीने को मजबूर थे । जसबीर सिंग के सवाल जवाब करने के बाद, व्यवस्था में स्वास्थ्य अमला लगा, लेकिन फिर भी बच्चों की जान नहीं बच सकी।

अगली लड़ाई  सारी शाम सिम्स से रहकर और बिल्हा में रात पुनः 2 बजे जाकर, लड़ी और महकमे से निवेदन कर और लड़कर बाकी 20 लोगों को उचित व्यवस्था दिलवाई।

ग्राम देवकरी स्थित उप स्वस्थ्य केंद्र, और आस पास के ग्राम हथनी एवं अमेरीकापा के उप स्वास्थ्य केंद्र करीब पिछले 4 सालों से बंद पड़े हैं. कई बार पत्र लिखने के बाद भी, बहरी सरकार के कानों में जूं नहीं रेंगी और आज इसका नतीजा, एक बच्ची को अपनी जान गंवानी पड़ी।

इस बच्ची की बड़ी बहन, साक्षी कोशले उम्र 11 वर्ष को सिम्स से डिस्चार्ज करवाकर, प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ा, क्यूंकि 9 परिजन, एक बेटी की मृत्यु से हिल गए थे, दिनांक 6 जून की रात बड़ी मुश्किल से कटी और 7 जून को बच्ची को शिफ्ट करवा दिया गया।

चूंकि सिम्स में उचित इलाज नहीं चल रहा था। इस बच्चे के इलाज का खर्च भी आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी वहन कर रहे हैं । आम आदमी पार्टी प्रशासन से मुआवजा राशी रुपये 10 लाख की मांग करती हैं। पूरे छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था का, कमोबेश यही हाल है, सरकारों को आम आदमी की जान की परवाह नहीं है और स्वास्थ्य व्यवस्था कभी कर्मचारियों की कमी, कभी उपकरणों की कमी, कभी उनके रख रखाव की कमी से जूझती रहती है |

समय पर नहीं पहुंची महतारी एक्सप्रेस, जच्चा-बच्चा की मौत

कोरबा में विकास खंड करतला के ग्राम नोन्दरहा में समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण जच्चा बच्चा की मौत हो गई। घटना से नाराज परिवार ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। इसके लिए अव्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है। घटना विकासखंड करतला के ग्राम पंचायत नोनदरहा की बताई जा रही है। गांव में रहने वाले चंपा बाई राठिया ने घर में एक शिशु को जन्म दिया। जन्म के तुरंत बाद शिशु की तबीयत बिगड़ने लगी। परिवार के लोगों ने बच्चे को अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की। इसके पहले उसने दम तोड़ दिया। परिवार के सदस्य इस सदमे से उबर भी नहीं पाए थे कि महिला की तबीयत भी बिगड़ने लगी। हाथ पैर ठंडे पड़ गए। परिवार ने मदद के लिए महतारी एक्सप्रेस को फोन किया लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं मिली। परिवार के सदस्य निजी गाड़ी से लेकर महिला को जिला अस्पताल पहुंचे। इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत किसी बीमारी के कारण हुई या इसके कुछ अन्य कारण से इसको जांच स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही है। शिशु की मौत का कारण भी अभी तक स्पष्ट नहीं है।

महासमुंद में 3 माह की बच्ची की पोलियो वैक्सीनेशन के बाद मौत

पिथौरा में तीन माह की बच्ची की वैक्सीनेशन के बाद मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार महासमुद्र जिले के पिथौरा ब्लॉक के ग्राम भुरकोनी के ग्राम आंगनवाड़ी में मंगलवार टीकाकरण दिवस के दिन समीप ग्राम जगदल्ला के नरेश चक्रधारी की 3 माह की बच्ची इशिका चक्रधारी को पेंटावेलेंट वैक्सीन न्यूमोकोकल कंज्यूगेट पोलियो वायरस वैक्सीन लगाई गई। करीब पांचc मिनट रोकने के बाद उन्हें पर भेज दिया गया। इसके बाद परिजन बच्ची को घर ले गए। घर पहुंचते ही बच्ची बेसुध हो गई। जिसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर गए जहां उसकी मौत हो गई।

इसी प्रकार जशपुर में पहाड़ी कोरवा बच्चो का रेडी टू ईट फूड खा कर बीमार पड़ने पर प्राथमिक उपचार भी समय पर नहीं मिल सका। आखिर कब तक प्रदेश की जनता कांग्रेस की प्रदेश सरकार और भाजपा की केंद्र सरकार की लचर स्वस्थ व्यवस्था की सही होने की आस लगा अपने परिजनों की जान गंवाते रहेगी। सरकार है की विधायकों का बाड़े बंदी और रिजॉर्ट मेहमान नवाजी में लगी है या भ्रष्टाचार में लिप्त है। कोमल हुपेंदी ने जनता से आव्हान किया है कि अब आम आदमी पार्टी के साथ आ कर सड़क की लड़ाई लड़ के जनता के लिए मूल भूत सुविधाएं हकीकत में जमीन पर लाने संघर्ष करे अब बहुत हो चुका या ये सरकार ही बदल दे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here