कुएं में उतरे पिता-पुत्र की मौत

सिवनी
 उगली थाना क्षेत्र के ग्राम कातोली में पिता-पुत्र की मौत कुएं की जहरीली गैस की वजह से हो गई। दोनों खेत में धान की रोपणी के लिए गए थे। उस समय मोटर खराब होने पर पिता सुधारने के लिए कुएं में उतरा कुछ देर बाद उनको देखने पुत्र भी कुएं में उतर गया। दोनों बेहोश होकर कुएं में गिर गए, जिससे उनकी मौत हो गई। ग्रामीण व पुलिस की उपस्थिति में दोनों के शव को कुएं से बाहर निकाला गया। मौके पर पहुंचे चिकित्साधिकारी ने खेत में ही दोनों के शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया।

ग्राम पंचायत पिपरिया के ग्राम कातोली निवासी दुर्गाप्रसाद चौहान (45), पुत्र रंजीत चौहान (24) के साथ रविवार की सुबह खेत में धान का रोपा लगाने गए थे। सुबह करीब साढ़े सात बजे खेत स्थित मोटर पंप खराब हो गया। उसे सुधारने के लिए दुर्गा प्रसाद कुएं में उतरे। बताया जा रहा है कि कुएं में आक्सीजन कम था और जहरीली गैस के रिसाव से वे बेहोश होकर कुएं के पानी में गिर गया। इस पर कुछ देर बाद उनका पुत्र रंजीत देखने के लिए कुएं में उतरा अनुमान लगाया जा रहा है कि जहरीली गैस व ऑक्सीजन की कमी से उसकी हालात भी खराब हो गई और वह भी पानी में गिर गया। दोनों की कुएं के पानी में डूबने से मौत हो गई। खेत के आसपास मौजूद ग्रामीणों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद उगली थाना प्रभारी एसएस भारद्वाज मय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से पिता-पुत्र के शव को कुएं से बाहर निकलवाया। स्वास्थ्य केन्द्र केवलारी के बीएमओ डॉ. अमित जैन की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने उक्त मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि मृतक के पास तीन एकड़ जमीन हैं, जिस पर रोपाई का कार्य चल रहा था।

गांव में पिता-पुत्र की उठी अर्थी तो सबके आंखों से निकल गए आंसू
ग्राम पंचायत पिपरिया के ग्राम कातोली निवासी पिता-पुत्र (दुर्गा प्रसाद व रंजीत) की अर्थी जब एक साथ उठी तो सबके आंखों से आंसू निकल गए। जिसने भी यह खबर सुनी वह भागा-भागा उनके घर पहुंचा और परिजनों को ढांढस बंधाने की कोशिश की।

ग्रामीणों के अनुसार सुबह में पिता-पुत्र घर से खेत में धान की रोपाई के लिए मुस्कुराते हुए निकले थे। दोनों ने रोपाई कर घर वापस लौटने की बात कही थी, लेकिन जब उनके मौत की खबर पहुंची तो मां और बहन के होश उड़ गए। उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पलक झपकते ही उनकी दुनिया उजड़ गई। बताया जा रहा है कि दुर्गा प्रसाद के तीन संतानों में दो लड़की और एक पुत्र रंजीत था। उसने एक पुत्री की शादी कर दी थी। पुत्र की शादी का विचार चल रहा था। इसबीच रविवार को हुए इस हादसे ने पूरे परिवार की खुशियों को पलभर में ही खत्म कर दिया। दुर्गा प्रसाद व रंजीत की मौत के बाद अब परिवार में दो महिलाएं (रंजीत की मां और बहन) बची है। एक बहन की शादी हो चुकी है। गांव का हर कोई इस घटना के बाद दु:खी है।

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