आख़िर में भारत के हेड कोच बने द्रविड़, गांगुली ने महीनेभर पहले बड़े खेल का किया था इशारा

नई दिल्ली,

रवि शास्त्री का कार्यकाल खत्म होने से पहले ही टीम इंडिया को नया हेड कोच मिल गया है। पूर्व कप्तान और नैशनल क्रिकेट अकैडमी के चीफ राहुल द्रविड़ को नया हेड कोच बनाया गया है। फिलहाल उनका कॉन्ट्रैक्ट 2023 वर्ल्ड कप तक है। इसके साथ ही सपोर्टिंग स्टाफ में भी बदलाव हुए हैं। द्रविड़ को जब श्रीलंका दौरे पर लिमिटेड ओवरों की टीम के साथ कोच बनाकर भेजा गया था। इसके बाद से ही उन्हें हेड कोच के रूप में सबसे बड़ा दावेदार मान जा रहा था।

वह हालांकि लगातार हेड कोच बनने से इनकार करते रहे, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरभ गांगुली ने एक महीने पहले इस पर बड़ा इशारा दिया था। ‘दादा’ सौरभ गांगुली ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘मुझे पता है कि वह इस जॉब का इच्छुक नहीं हैं। उन्हें कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन अभी मैंने उनसे बात भी नहीं की है। जब हम इस पर आएंगे तो देखेंगे।’

गांगुली के बयान के बयान का एक सीधा मतलब था कि द्रविड़ को टीम इंडिया का हेड कोच बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है, लेकिन दादा से बात करने के बाद वह इस पद को संभाल सकते हैं। अब ऐसा हुआ भी है। सौरभ गांगुली, बीसीसीआई के सचिव जय शाह और राहुल द्रविड़ के बीच जब यूएई में मीटिंग हुई तो अगले दो वर्षों तक टीम इंडिया का हेड कोच बनने को तैयार हो गए। दरअसल, सौरभ और राहुल के बीच प्रफेशनल क्रिकेटर से कहीं बढ़कर रिश्ते हैं। गांगुली की कप्तानी में द्रविड़ लंबे समय तक खेले। बाद में द्रविड़ की कप्तानी में गांगुली खेले। इन दोनों के बीच गहरी दोस्ती भी है। ऐसे में बीसीसीआई चीफ को मना कर पाना द्रविड़ के लिए बिल्कुल भी आसान नहीं रहा होगा।

जब इस साल श्रीलंका दौरे पर राहुल द्रविड़ बतौर कोच टीम के साथ भेजे गए तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी के लिए तैयार किया जा रहा है। नवंबर में शास्त्री की विदाई होते ही राहुल द्रविड़ जिम्मेदारी संभाल लेंगे। यानी न्यूजीलैंड और भारत के बीच होने वाली सीरीज में वह टीम इंडिया के हेड कोच के रूप में दिखाई देंगे। इसके साथ ही बोलिंग कोच के तौर पर द्रविड़ के भरोसेमंद पारस म्हाम्ब्रे को बोलिंग कोच नियुक्त किया गया है। वह भरत को रिप्लेस करेंगे, जबकि फील्डिंग कोच आर. श्रीधर के रिप्लेसमेंट पर फैसला नहीं लिया गया है। विक्रम राठौर टीम के बैटिंग कोच बने रहेंगे।

राहुल द्रविड़ के क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने 164 टेस्ट की 286 पारियों में 36 शतकों और 63 अर्धशतकों की मदद से 13288 रन बनाए हैं, जबकि 270 उनका हाई स्कोर है। फैंस के बीच ‘द वॉल’ नाम से मशहूर द्रविड़ ने भारत के लिए 344 वनडे खेले। इस दौरान उनके नाम 12 शतक और 83 अर्धशतक के दम पर 10889 रन दर्ज हैं।


 

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