रायपुर
कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे के अध्यक्षता में अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण के लिए बनी जिला स्तरीय सतर्कता एवं मानीटरिंग समिति की बैठक कलेक्टर सभाकक्ष में हुई। बैठक में विधायक सत्यनारायण शर्मा, एस.एस.पी प्रशांत अग्रवाल,सदस्य रमेश बंजारे एवं बजरंग सिंह धु्रव सहित सदस्य सचिव तारकेश्वर देवांगन, समाज कल्याण, लोक अभियोजन विभाग के अधिकार भी शामिल हुए। बैठक में कलेक्टर ने अनुसूचित जाति-जनजातियों के सदस्यों पर अत्याचार संबंधी प्रकरणों पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने थानों में लंबित 8 प्रकरणों पर भी जल्द जांच पूरी कर दोषियों को न्यायालय में प्रस्तुत करने को कहा। बैठक में सहायक आयुक्त तारकेश्वर देवांगन ने बताया कि पिछले तीन महीने में जिले में अनुसूचित जाति वर्ग के सदस्यों पर अत्याचार संबंधी 11 प्रकरणों में 26 लाख रूपये की राशि राहत के रूप में मंजूर कर पीड़ितों के खातों में उपलब्ध करा दी गई है।
बैठक में कलेक्टर ने अनुसूचित जाति-जनजाति के सदस्यों पर अत्याचार संबंधी प्रकरणों की अद्यतन स्थिति की भी जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि वर्तमान में जिले के 84 प्रकरणों की सुनवाई न्यायालय में प्रक्रियाधीन है। 8 मामलों में विभिन्न थाना क्षेत्रों में पुलिस द्वारा जांच की कार्रवाई की जा रही है। बैठक में यह भी बताया गया कि इस महीने ऐसे 9 और प्रकरण सहायक आयुक्त कार्यालय को प्राप्त हुए है। जिन पर परीक्षण कर जल्द ही नियमानुसार राहत राशि स्वीकृति कर दी जाएगी। बैठक में कलेक्टर ने अनुसूचित जाति-जनजाति से जुड़े इन संवेदनशील मामलों पर तत्काल तथ्यपरख जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
विधायक सत्यनारायण शर्मा ने अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचा निवारण नियम के तहत थानों में दर्ज मामलों पर तेजी से जांच करते हुए पीड़ितों को राहत-सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रकरण जल्द से जल्द भेजने को कहा। उन्होंने प्रकरणों को थाने या कार्योलयों में एक साथ एक़ित्रत कर भेजने की बजाय एक-एक कर यथा समय भेजने पर जोर दिया, ताकि पीड़ितों को समय पर राहत राशि मिल सके।