Jharkhand: ‘मुख्यमंत्री को खोजकर लाने वाले को मिलेगा 11 हजार का इनाम’, सीएम की ‘गुमशुदगी’ पर भाजपा का तंज

झारखंड ।। ईडी की टीम, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने से जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ करना चाहती है, लेकिन बीते 24 घंटे से हेमंत सोरेन कहां पर हैं, इसकी जानकारी नहीं मिल रही है। ऐसे में विपक्षी भाजपा ने हेमंत सोरेने और सत्ताधारी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा पर निशाना साधा है। भाजपा ने हेमंत सोरेने को भगोड़ा करार दिया है और आरोप लगाया है कि सीएम हेमंत सोरेन ने राज्य की इज्जत को मिट्टी में मिला दिया है।

भाजपा ने किया इनाम का एलान

झारखंड भाजपा के प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने सीएम सोरेन को तलाशने पर 11 हजार रुपये इनाम देने का एलान किया है। मरांडी ने कहा कि ‘झारखंड के लोगों से मार्मिक अपील- हमारे राज्य के मुख्यमंत्री केंद्रीय एजेंसियों के डर से पिछले करीब चालीस घंटे से लोकलाज त्याग कर लापता हैं और चेहरा छिपाकर भागे-भागे फिर रहे हैं। यह न सिर्फ मुख्यमंत्री की निजी सुरक्षा के लिए खतरा है बल्कि इससे झारखंड की साढ़े तीन करोड़ जनता की सुरक्षा, इज्जत, मान-सम्मान भी खतरे में है। जो कोई भी बिना विलंब हमारे होनहार मुख्यमंत्री को सकुशल खोजकर लाएगा, उसे मेरी तरफ से ग्यारह हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। जो कोई भी बिना विलंब हमारे होनहार मुख्यमंत्री को सकुशल खोजकर लाएगा, उसे मेरी तरफ से ग्यारह हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।

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निशिकांत दुबे ने कसा तंज

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर लिखा ‘आज झारखंड के लोगों को मान-सम्मान हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी ने लापता होकर मिट्टी में मिला दिया है।’ एक अन्य पोस्ट में निशिकांत दुबे ने लिखा ‘मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इशारों पर गलत काम करने वालों को एक बड़ी नसीहत, जो मुख्यमंत्री खुद को भगोड़ा साबित कर रहा है, जांच एजेंसियों का सामना करने से भाग रहा है, दिन भर देश-विदेश में बेइज्जती झेल रहा है, वह आदमी अधिकारियों की या राज्य के लोगों की क्या रक्षा करेंगे?’

सीबीआई जांच की मांग

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बताया कि हेमंत सोरेन के खिलाफ चल रहे मामले की उन्होंने लोकपाल से शिकायत की है और सीबीआई को इसकी जांच करनी चाहिए। भाजपा सांसद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ‘आपको जानकर हैरानी होगी कि शिबु सोरेन, उनकी पत्नी, हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी और परिवार के अन्य लोगों के नाम 82 संपत्तियां मिली हैं। इन्होंने ना तो आयकर में और ना ही चुनावी हलफनामे में इनका जिक्र किया है। उन्होंने (सीएम) दो साल तक लोकपाल की जांच को रोके रखा। लोकपाल ने उन्हें 15 फरवरी तक का मौका दिया है। अगर यह मामला 2024 में शुरू होता है तो सोरेन परिवार में कोई भी चुनाव लड़ने के योग्य नहीं होगा।’

राज्यपाल बोले- कोई भी कानून से ऊपर नहीं

झारखंड के राज्यपाल सीबी राधाकृष्णन ने सीएम हेमंत सोरेन के कथित तौर पर लापता होने पर मीडिया से बात करते हुए कहा ‘आपकी तरह, हम भी सीएम की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। हमें संविधान के तहत काम करना होता है। हम चाहते हैं कि कानून व्यवस्था कायम रहे।’ हेमंत सोरेन शनिवार को दिल्ली पहुंचे थे। इसके बाद ईडी की टीम सोमवार सुबह को दिल्ली स्थित हेमंत सोरेन के आवास पहुंची थी, लेकिन सीएम वहां नहीं मिले। हेमंत सोरेन के रांची स्थित आधिकारिक आवास में भी नहीं होने की सूचना है। यही वजह है कि भाजपा सीएम पर भगोड़ा होने का आरोप लगा रही है।

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