रायपुर। रविवार के दिन भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता अपनी-अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरे और इस दौरान दोनों पार्टी के कार्यकतार्ओं के साथ पुलिस की थोड़ी बहुत झूमाझटकी भी हुई। मामला यह था कि कांग्रेस पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार हो रही वृद्धि को लेकर कंधे में स्कूटी की अर्थी को लेकर भाजपा कार्यालय पहुंच गए, वहीं भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता शराब बंदी को लेकर राजीव भवन। इस दौरान दोनों ही रुटों से गुजरने वाले लोग परेशान होते रहे।
कांग्रेस के कार्यकर्ता देश के साथ ही राज्य में जिस प्रकार से पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार वृद्धि हो रही हैं उसे लेकर आज स्कूटी को अर्थी पर लादकर भाजपा कार्यालय के लिए निकले पड़े, लेकिन वे भाजपा कार्यालय तक पहुंच नहीं पाए और पुलिस ने उन्हें अंबेडकर अस्पताल के पास रोक दिया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकतार्ओं के बीच काफी देर तक झूमाझटकी होती रही। कुछ कार्यकर्ता बेरीकेड को फांदकर भाजपा कार्यालय पहुंचने का प्रयास करने लगे, लेकिन वे इसमें भी कामयाब नहीं हो पाए तो स्कूटी को सड़क में ही रखकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इसे देख वहां मौजूद पुलिस वालों ने कहीं से पानी का इंतजाम किया और पानी डालकर आग को बुझाया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से अब गाडि?ों का अंतिम संस्कार करने की नौबत है। आम आदमी इस बढ़ी हुई महंगाई से परेशान है इसी के विरोध में जिला प्रशासन के अफसरों को केंद्र के नाम ज्ञापन सौंपा हैं ताकि आम नागरिकों को केंद्र सरकार राहत प्रदान कर सकें।
इसी तरह भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ता दोपहर में शराब बंदी की मांग को लेकर राजीव भवन के लिए निकल पड़े। इस दौरान पुलिस को इसकी जानकारी मिल गई और उन्होंने बीटीआई ग्राउंड के पास बेरीकेड लगा दिया। जैसे ही भाजयुमो के कार्यकर्ता वहां पहुंचे पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोक दिया, इस दौरान कुछ कार्यकर्ता बेरीकेड के ऊपर चढ़कर कूदने का प्रयास किया लेकिन वे इसमें कामयाब नहीं हो सकें और सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री ओंकार बैंस, जिला उपाध्यक्ष आशु चंद्रवंशी, जिला मंत्री गोपी साहू, युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष गोविंदा गुप्ता व आकाश तिवारी के साथ पुलिस का विवाद भी हुआ। इस दौरान भाजयुमो कार्यकर्ता काफी देर तक सरकार के खिलाफ शराब बंदी की मांग करते हुए नारेबाजी करते रहे। लगभग एक से डेढ़ घंटे तक भाजयुमो कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर हंगामा करते रहे, जब वे बेरीकेड्स को फांदने में कामयाब नहीं हो सकें तो वापस लौट गए। इस दौरान दोनों की जगहों से गुजरने वाले आम लोग परेशान होते रहे।