विकास से पिछड़ गया विकास खंड सक्ती का अंतिम ग्राम सोनगुढ़ा

मनोज यादव / सक्ती

धार्मिक आस्था का केंद्र देवदहरा सित बाबा का स्थान कहा जाने वाला प्रकृति की गोद में बसा सक्ती विकासखंड के अंतिम गांव सोनगुढ़ा वर्तमान समय में विकास से पिछड़ गया है बताया जाता है कि सक्ती विकासखंड मुख्यालय से 26 किलोमीटर दूर होने के कारण यह ग्राम पंचायत अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों के नजरों से हमेशा ओझल रहा है जिसके कारण इस ग्राम पंचायत में विकास की किरणें जिस हद तक पहुंचनी थी उस हद तक नहीं पहुंच सकी, यही कारण है कि यहां निवास कर रहे नागरिक अब केवल सक्ती के जिला बनने के पश्चात नवीन जिला के कलेक्टर से एक बड़ी उम्मीद बनाकर सोनगुढ़ा को एक बार पुनः स्वर्ग की धरती के रूप में देखने को आतुर है

पंचायत भवन विहीन ग्राम में सामुदायिक भवन बना पंचायत भवन

ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा में आज से 15 वर्ष पहले पंचायत भवन जर्जर अवस्था में होने के कारण टूट गया था वही पंचायत भवन नहीं होने के कारण ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा में सामुदायिक भवन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव पंच एवं आम नागरिकों के लिए पंचायत भवन के रूप में अपनी सेवा दे रहा है ग्रामीणों का मानना है कि पंचायत भवन नहीं होने के कारण सामुदायिक भवन से काम चलाया जा रहा है वही जब ग्रामीण स्तर पर या विवाह या अन्य कार्यों के दौरान आम नागरिकों को सामुदायिक भवन की आवश्यकता पड़ती है उस समय ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द यहां अत्याधुनिक नवीन पंचायत भवन की राशि स्वीकृत कर पंचायत भवन का निर्माण कराया जाए।

स्कूल के जर्जर छत से मासूमों को है खतरा

ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा एवं आश्रित ग्राम बहेरा में प्राइमरी स्कूल के लिए भवन तो है लेकिन यहां सोनगुढा प्राइमरी स्कूल भवन का छत अत्यंत जर्जर हो जाने के कारण यहां हमेशा बच्चों के ऊपर खतरा मंडराते रहते हैं वही कई अन्य ग्राम पंचायतों में नवीन प्राथमिक शाला का निर्माण किया गया है लेकिन सोनगुढ़ा में जर्जर छत को व्यवस्थित करने हो रही लगातार मांग के बाद भी इस मांग पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। यहां के आम जनमानस का कहना है कि चुनाव के समय स्कूल भवन के अलावा ग्राम पंचायत के विकास कार्य को लेकर तरह-तरह के आश्वासन दिया जाते हैं लेकिन जैसे ही चुनाव प्रक्रिया समाप्त होती है उसके बाद ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा को उसी के हाल में छोड़ दिया जाता है

जर्वे से सोनगुढ़ा पहुंच मार्ग अत्यंत जर्जर स्थिति में

जहां देशभर में सड़कों का जाल बिछ रहा है एवं अत्यधिक दुर्गम से दुर्गम स्थान तक सड़कें बनाई जा रही है जहां सड़क के लिए एक से एक योजनाएं संचालित है जिसमें प्रधानमंत्री ग्राम सड़क से लेकर अन्य कई योजनाओं के तहत सड़के निरंतर बन रही है लेकिन सक्ती विकासखंड अंतर्गत आने वाले अंतिम ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा में जर्वे से सोनगुढ़ा तक पहुंच मार्ग जिसकी दूरी लगभग 3 किलोमीटर है यह अत्यंत जर्जर स्थिति में है कुछ स्थान पर सड़कों में डामर दिखाई जरूर देता है लेकिन इसके बाद इस सड़क पर चलना एक कठिन कार्य के समान है नागरिक इस सड़क मार्ग को बनाने के लिए कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुके हैं लेकिन सड़क बनने का नाम नहीं ले रहा है वही इसके कारण कई बार ग्रामीणों के नाराजगी का दंश ग्राम पंचायत के सरपंच को झेलना पड़ता है

सर्व समाज मुक्तिधाम जर्जर अवस्था में

विकासखंड सक्ती अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा में जहां सर्व समाज के लिए मुक्तिधाम स्थित है वहां स्थिति बद से बदतर दिखाई दे रही है वही मुक्तिधाम को सुव्यवस्थित करने की जरूरत है बताया जाता है कि यहां अंतिम संस्कार के लिए कई तरह की अव्यवस्थाओं से नागरिकों को गुजरना पड़ता है वहीं दूसरी ओर सतनामी समाज के द्वारा लंबे समय से नवीन मुक्तिधाम की मांग की जा रही है जिस पर प्रशासन के द्वारा किसी तरह का ध्यान नहीं दिया जा रहा है

पचास प्रतिशत स्ट्रीट लाइट बंद होने से गांव में छाया अंधेरा

ग्रामीण अंचल में स्ट्रीट लाइट के माध्यम से जहां गांव में रात्रि के समय रोशनी की व्यवस्था शासन प्रशासन के द्वारा की गई है वहीं ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा में स्ट्रीट लाइट लगाई तो गई है लेकिन ग्राम पंचायत सरपंच की माने तो यहां एलइडी बल्ब में 2 वर्ष की गारंटी दी गई थी लेकिन 2 वर्ष पहले ही 40 से 50 प्रतिशत लाइट बंद हो गए हैं जिससे ग्रामीणों को असुविधा हो रही है

बंधई तालाब पुलिया जर्जर स्थिति में  

सोनगुढ़ा ग्राम पंचायत में जहां पहाड़ों का आकर्षक मनोरम दृश्य दिखाई देता है वही इसी पहाड़ से पानी पुल के माध्यम से बंधई तालाब में पहुंचता है इसी तालाब में बने पुल जो जर्जर स्थिति में है इसे बनाने की मांग ग्रामीणों द्वारा लंबे समय से की जा रही है लेकिन इस दिशा में किसी भी जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यान नहीं जा रहा है वही पुलिया बारिश के समय टूट ना जाए इसका खतरा हमेशा बना रहता है ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा बंधई तलाब पुलिया से ही गांव के दूसरे मोहल्ले में आवागमन भी होता है पुलिया के टूट जाने से आवागमन बाधित होने का डर भी ग्रामीणों को सताते रहता है

नवीन रंगमंच एवं गोठान में फेंसिंग तार लगाने की हो रही है मांग

ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा में गोठान में फेंसिंग तार नहीं होने के कारण गोठान की सुरक्षा एवं इसकी व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लग गया है ज्ञात हो कि वर्तमान समय में गोठान योजना को अधिक महत्व दिया जा रहा है लेकिन सोनगुढ़ा ग्राम पंचायत में गोठान में फेंसिंग तार एवं अन्य कई तरह की व्यवस्था नहीं होने से गोठान निर्माण का उद्देश्य पूर्ण नहीं हो रहा है ग्रामीण लगातार गोठान में फेंसिंग तार लगाने की मांग कर रहे हैं वही ग्राम पंचायत में नवीन रंगमंच की मांग भी लंबे समय से हो रही है

देवदहरा एवं सित बाबा स्थल से है सोनगुढ़ा ग्राम पंचायत की पहचान

ग्राम पंचायत सोनगुढ़ा का प्राकृतिक दृश्य जहां लोगों को अपनी और आकर्षित करता है वही यहां का धार्मिक आस्था का केंद्र देवदहरा एवं सित बाबा स्थल सोनगुढ़ा को पहचान दिलाता है ज्ञात हो कि बारिश के समय पहाड़ से मनोरम झरना बह कर नीचे की जिस स्थान पर गिरता है उसे देव दहरा कहा जाता है यही प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में नागरिक पिकनिक मनाने और मनोरंजन करने पहुंचते हैं वही यहां पहाड़ी में ही सित बाबा स्थल है इसके बारे में कहा जाता है कि पहले जब इस अंचल में बारिश नहीं होती थी तब यहां निवास कर रहे नागरिक सित बाबा स्थल पर जाकर भगवान की स्तुति भजन करते थे तब यहां बारिश होती थी और लोग बारिश में भीगते हुए अपने घर आते थे इस कारण सित बाबा स्थल का अत्यधिक महत्व है।

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