बीटीआई दशहरा उत्सव फिर विवाद में…मोहल्लेवासी कल करेंगे प्रदर्शन… प्रशासन कहना है कि दोनों समितियां आयोजन करें

एक ही मैदान में कैसे दो जगह दशहरा उत्सव मनाना संभव होगा,लेकिन प्रशासन की ओर से कहा जा रहा है कि दोनों समितियां आयोजन करें। दो माह पूर्व किसी समिति को अनुमति मिलती है लेकिन प्रशासन ने पूर्व पार्षद की मांग पर आठ दिन पहले ही आयोजन की स्वीकृति दे दी जो कि समझ से परे है। 

रायपुर।

पत्रकारों वार्ता में पत्रकारों से चर्चा करते हुए खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति के संयोजक संजय श्रीवास्तव व सचिव हरिश्याम पाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ बनने के बाद छत्तीसगढ़ सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति का नाम 2017 में पंजीयन के बाद खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति किया गया। पिछले साल पूर्व पार्षद राकेश धोतरे हिन्दु भावनाओं को आहत पहुंचने के उद्देश्य से बीटीआई मैदान पर छोटी सी जगह पर माँ दुर्गा की मूर्ति स्थापित कर विवाद की स्थिति निर्मित कर दिया। मोहल्लेवासियों ने इसका जमकर विरोध भी किया और दशहरा से ठीक पहले जिला प्रशासन ने दोनों समिति को समझाईश देकर दशहरा उत्सव पर प्रतिबंध लगा दिया।

उन्होंने बताया कि लेकिन इस साल फिर से जिला प्रशासन ने राकेश धोतरे को जनवरी माह में ही बीटीआई ग्राउंड में दुर्गा मूर्ति स्थापना, रास गरबा और दशहरा मनाने की अनुमति दे दी है। इसकी जानकारी खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति को तब हुई जब वे दो माह पहले अनुमति लेने के लिए गए हुए थे। उन्होंने जिला प्रशासन ने इसे रद्द करने की मांग की तो उनका कहना था कि ऊपर से दबाव है आप दोनों समितियां बीटीआई ग्राउंड में अलग-अलग जगह पर दुर्गाेत्सव और दशहरा का आयोजन कर सकते हैं। रायपुर शहर के किसी भी मैदान में एक साथ दो दशहरा कार्यक्रम नहीं हो सकता है लेकिन बीटीआई ग्राउंड में प्रशासन द्वारा दोनों समितियों को अनुमति देना समझ से परे है। इसके विरोध में मोहल्लेवासी कल बीटीआई ग्राउंड के सामने प्रदर्शन करेंगे और खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति को यहां पर दशहरा उत्सव मनाने की अपील करेंगे।

बीटीआई ग्राउंड में कई साल से खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति के द्वारा दशहरा उत्सव मनाया जा रहा है । लेकिन पिछली बार पूर्व पार्षद राकेश धोतरे के द्वारा वहां पर माँ दुर्गा की स्थापना कर विवाद की स्थिति निर्मित कर दी गई थी और मोहल्ले वासियों के प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन ने दोनों समितियों को दहशरा मनाने पर प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन इस बार फिर राकेश धोतरे को जिला प्रशासन ने वहां पर दशहरा उत्सव मनाने के लिए जनवरी माह में अनुमति दे दी है और जब खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति ने अनुमति के लिए पत्र लिखा तब इसकी जानकारी उन्हें हुई। आज समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारवार्ता लेकर जानकारी दी कि विवाद को सुलझाने के लिए कलेक्टर ने दोनों ही समितियों को बीटीआई ग्राउंड में अलग-अलग जगह पर दशहरा उत्सव मनाने की सलाह दी है। इस पर खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि एक ही जगह पर दो समितियां कैसे उत्सव मना सकती है, अगर जिला प्रशासन को अनुमति देना ही है तो किसी एक समिति को दे। इसके विरोध में कल खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति के द्वारा बीटीआई ग्राउंड के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि लेकिन इस साल फिर से जिला प्रशासन ने राकेश धोतरे को जनवरी माह में ही बीटीआई ग्राउंड में दुर्गा मूर्ति स्थापना, रास गरबा और दशहरा मनाने की अनुमति दे दी है। इसकी जानकारी खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति को तब हुई जब वे दो माह पहले अनुमति लेने के लिए गए हुए थे। उन्होंने जिला प्रशासन ने इसे रद्द करने की मांग की तो उनका कहना था कि ऊपर से दबाव है आप दोनों समितियां बीटीआई ग्राउंड में अलग-अलग जगह पर दुर्गाेत्सव और दशहरा का आयोजन कर सकते हैं। रायपुर शहर के किसी भी मैदान में एक साथ दो दशहरा कार्यक्रम नहीं हो सकता है लेकिन बीटीआई ग्राउंड में प्रशासन द्वारा दोनों समितियों को अनुमति देना समझ से परे है। इसके विरोध में मोहल्लेवासी कल बीटीआई ग्राउंड के सामने प्रदर्शन करेंगे और खम्हारडीह सार्वजनिक दशहरा एवं सांस्कृतिक समिति को यहां पर दशहरा उत्सव मनाने की अपील करेंगे।

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