बच्‍चे को लग गई है चोरी की आदत, पेरेंट्स शर्मिंदा होने की बजाय अपनाएं ये ट्रिक

बच्‍चे बहुत शैतान होते हैं और इस शैतानी के चक्‍कर में उन्‍हें चोरी करने की आदत लग जाती है। बच्‍चों की चोरी की शुरुआत घर से ही होती है, कभी वो फ्रिज से आइस्‍क्रीम चुराकर खा लेते हैं, तो कभी छिपकर चॉकलेट खाते हैं।
बच्‍चों द्वारा की गई इस तरह की चोरियां कोई बड़ी बात नहीं होती हैं लेकिन मुसीबत तब आ जाती है, जब बच्‍चे घर से बाहर भी चोरी करने लगें या चोरी पैसों तक पहुंच जाए।

​चोरी क्‍यों करते हैं बच्‍चे

जब बच्‍चे का अपनी हरकतों पर कोई कंट्रोल नहीं होता, तब उसे जो भी पसंद आता है, वो उसे चुरा लेता है। हो सकता है कि बच्‍चा ये सब बिना सोचे समझे करे।
वहीं अगर स्‍कूल में दोस्‍त भी खराब हों तो इसका असर आपके बच्‍चे पर भी पड़ता है। हो सकता है कि बच्‍चे को चोरी की आदत दोस्‍तों से ही लगी हो। शुरुआत में उसे हिचक हो सकती है लेकिन दोस्‍तों को देखकर उसे भी हिम्‍मत आने लगती है।
अगर बच्‍चे को स्‍कूल में अपनी टीचर से अटेंशन न मिले, तो वो इस अटेंशन को पाने के लिए चोरी का रास्‍ता अपना सकता है।

​कीमती चीजों की चोरी

अगर आप बच्‍चे को कहते हैं कि आप उसके लिए उसकी पसंद का महंगा खिलौना नहीं खरीद सकते हैं, तो इस स्थिति में बच्‍चा चोरी के जरिए अपनी चाहत पूरी करने की कोशिश कर सकता है।
वहीं कुछ बच्‍चों को चोरी करने में मजा आता है।

​कैसे छुड़ाएं चोरी की आदत

अगर आप अपने बच्‍चे को चोरी करते हुए पकड़ लेते हैं, तो उस पर चिल्‍लाएं या मारे नहीं। शांत रहकर उसे एहसास दिलाएं कि वो जो कर रहा है, वो गलत है।
माफी मांगने के लिए उससे जबरदस्‍ती न करें। जबरदस्‍ती माफी मंगवाने से कुछ हासिल नहीं होगा। हो सकता है कि वो उस समय तो डर से हां कर दे लेकिन बाद में चोरी की आदत जारी रखे।
बच्‍चे को बताएं कि उसकी ऐसी हरकतें गलत हैं। चोरी करना गलत है और इसकी वजह से उसे जेल जाना पड़ सकता है। उसे बताएं कि चोरी करने का गलत असर उसकी आगे की जिंदगी पर भी पड़ेगा।

​उंगली न उठाएं

हो सकता है कि आपको कोई गलतफहमी हुई हो। जब तक आप खुद न देख लें या आपका कोई भरोसेमंद व्‍यक्‍ति आपको इस बारे में नहीं बताता, तब तक बच्‍चे पर उंगली न उठाएं। इससे बच्‍चे का आप पर से भरोसा उठने लगेगा।
अगर आपको पता है कि आपके बच्‍चे की चोरी करने की आदत है, तो उसके सामने से ऐसी चीजों को हटा दें जो उसे चोरी करने के लिए उकसाती हों जैसे कि पर्स, पैसे और कीमती चीजें आदि।

​बच्‍चे के साथ बिताएं वक्‍त

पेरेंट्स और बच्‍चों के बीच में गहरा रिश्‍ता होगा, तो बच्‍चे अपनी जरूरत के बारे में उन्‍हें जरूर बताएंगे और फिर उन्‍हें अपनी ख्‍वाहिश पूरी करने के लिए चोरी नहीं करनी पड़ेगी।
प्‍यार से सब कुछ ठीक किया जा सकता है। अपने बच्‍चे को सुधारने के लिए मारपीट या गुस्‍से से बेहतर है कि आप उसे गले लगाएं। आपकी माफी और प्‍यार बच्‍चे में सुधार ला सकती है।

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