ड्रीप पद्धति से सिंचाई कर किसान हो रहे हैं मालामाल

विभागीय मार्गदर्शन से उन्नत तकनीक अपनाकर खेती-बाड़ी से किसान के चेहरे पर आ रही मुस्कान

बीजापुर ,नवीन कुमार लाटकर । बीजापुर जिले के उद्यानिकी विभाग द्वारा लगातार किसानों के आय में वृद्धि करने, उनको नई-नई तकनीकों का ज्ञान कराकर उनके उपज को बढ़ाने का प्रयास मैदानी स्तर पर किया जा रहा है। जिससे परंपरागत कृषि के स्थान पर उन्नत कृषि कर किसान अपने आजिविका के स्त्रोत बढ़ा रहे हैं। वहीं खेती-बाड़ी से पारिवारिक-आर्थिक दायित्वों का निर्वहन भी बड़ी सरलता से कर पा रहे है। बच्चों की शिक्षा, उनकी आवश्यकताओं को पूरा कर खेती-बाड़ी के माध्यम से किसान सक्षम हो रहे हैं।

उनके चेहरे पर मुस्कान लौट रही है। ऐसे ही एक किसान बनस गंगबेर जो कुएंनार गांव का निवासी है। उनको उद्यानिकी विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत लाभान्वित किया गया। किसान के पास कुल 2 हेक्टेयर कृषि भूमि है। किसान श्री बनस गंगबेर ने बताया कि पूर्व में साग-सब्जी का लिफ्ट सिंचाई के माध्यम से खेती करता था जिससे पानी की ज्यादा खपत होती थी, मेहनत भी अधिक लगता था। फिर उद्यानिकी विभाग द्वारा मुझे ड्रीप संयत्र स्थापित करने का मार्गदर्शन दिया और मेरे खेत में ड्रीप सयंत्र स्थापित किया गया। समय-समय में विभागीय अमला द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन भी दिया जा रहा है।

वर्तमान में किसान टमाटर, लाल भाजी, बरबट्टी सहित साग-सब्जी का उत्पादन पूूरे 4 एकड़ में ड्रीप पद्धति के द्वारा की जा रही है। किसान ने बताया कि पहले की तुलना में अब कम मेहनत में अधिक उत्पादन होने से आमदनी में वृद्धि हो रही है। किसान बनस गंगबेर ने बताया पहले 20 क्विंटल का उत्पादन होता था वहीं आज 90 क्विंटल का उत्पादन हो रहा है। उत्पादन में लगातार वृद्धि भी हो रही है। जिससे सालाना 1 से 1.5 लाख रूपए की आमदनी हो रही है।

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