भिलाई। साकेत नगर कोहका में देर रात पलंग की मच्छरदानी में एक विषैला सांप रसेल वायपर घुस गया, उस समय महिला अपने बच्चों के साथ सो रही थी। अचानक ही कुकर की सिटी जैसी आवाज सुनकर उठी और सांप को अचानक देखकर वह भौचक हो गई। दहशत में आए घर वालों ने नोवा नेचर के सदस्य अजय कुमार को इसकी सूचना दी और उन्होंने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे पकड़ा गया और राजनांदगांव के जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। यह दुनिया का तीसरा सबसे जहरीला सांप है।
नोवा नेचर के सदस्य अजय कुमार ने बताया कि नामदेव नारखेड़े के घर में एक अनहोनी घटना होते-होते बच गई। घर में देर रात उनके बच्चों के रूम से प्रेशर कुकर की सीटी जैसी आवाज आ रही थी। यह आवाज वहां पलंग पर मच्छरदानी के अंदर छिपा सांप निकाल रहा था। महिला अपने बच्चों के साथ मच्छरदानी के अंदर सो रही थी। सीटी की आवाज सुनकर वह उठी तो सांप को देखकर एकदम से डर गई और जैसे-तैसे घर वालों को इसकी सूचना दी। इसके बाद सांप के छिपे होने की जानकारी वन विभाग को दी गई। सांप की पहचान रसेल वाइपर के रुप में की गई, जो कि बहुत ही विषैला होता है। यह सांप गर्मी के मौसम में नहीं निकलता यह ज्यादातर ठंडी के मौसम में निकलता है। इस मौसम में यह सांप देख कर थोड़ा अचंभा लगा। करीब 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सांप को पकड़ा गया। वन विभाग के माध्यम से राजनांदगांव जिले के जंगल में सांप को सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
रसेल वाइपर जिसे हम हिंदी में घोड़स और छत्तीसगढ़ी भाषा में जुड़ा महामंडल के नाम से जानते हैं। इस सांप का सिर अंग्रेजी अक्षर के ङ्क आकार का दिखाई देता है। बड़े नथुने ,भुरी व पीली पीठ जिस पर स्पष्ट काले अंडाकार आकार में धब्बे होते है। इस सांप को छेड?े पर प्रेशर कुकर की तरह बहुत जोर से फुंफकारता है। जब कोई चारा नहीं बचता तब ही काटता है।