कैट सी.जी. चैप्टर ने “व्यापारी संवाद“ राष्ट्रीय अभियान के तहत रायपुर इलेक्ट्रिल मर्चेन्ट एसोसियेशन , रायपुर सायकल मर्चेन्ट एसोसियेशन एवं छत्तीसगढ़ ग्लास एसोसियेशन से मुलाकात किया

रायपुर

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि आज “व्यापारी संवाद“ राष्ट्रीय अभियान के तहत कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी के नेतृत्व में कैट टीम का एक प्रतिनिधी मंडल ने रायपुर इलेक्ट्रिल मर्चेन्ट एसोसियेशन, रायपुर सायकल मर्चेन्ट एसोसियेशन एवं छत्तीसगढ़ ग्लास एसोसियेशन से मुलाकात कर व्यापार में आ रही समस्याओं से अवगत हुए।

कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा कि “व्यापारी संवाद“ राष्ट्रीय अभियान के तहत रायपुर इलेक्ट्रिल मर्चेन्ट एसोसियेशन , रायपुर सायकल मर्चेन्ट एसोसियेशन एवं छत्तीसगढ़ ग्लास एसोसियेशन के पदाधिकारियों से मुलाकात किया। एसोसियेशनो के पदाधिकारियों ने व्यापार में आ रही समस्याओं से टीम कैट को अवगत कराया। जो निम्नानुसार है :-

वर्तमान में सायकल, सायकल पार्ट्स, ट्राईसायकल, सायकल रिक्सा, एवं टायर टयूब व एसेसरीज मे जीएसटी रेट 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत एवं 28 प्रतिशत है। जीएसटी से पूर्व सायकल सायकल पार्ट्स, ट्राईसायकल, सायकल रिक्सा, एवं टायर टयूब व एसेसरीज मे 4 प्रतिशत था। पूर्व की तरह जीएसटी को 4 प्रतिशत किया जाए।
हम 2 अलग-अलग विक्रेताओं से समान वस्तुओं की खरीद पर एचएसएन कोड के संबंध में समस्या का सामना कर रहे हैं। हमें 8 अंकों के स्थान पर एक ही वस्तु के अलग-अलग 4 अंकों का एचएसएन मिल रहा है। वार्षिक टर्नओवर 5 करोड़ से अधिक होने के कारण हमारी आवश्यकता 8 अंकों के एचएसएन कोड की है। अधिकतम व्यापारियों ने 8 अंकों का कोड प्रदान करने से इनकार कर दिया और हम ळववहसम पर वास्तविक एचएसएन कोड खोजने में भ्रमित हैं। जीएसटी परिषद से हमारा अनुरोध है कि सभी निर्माताओं को पैकिंग सामग्री पर 8 अंकों के एचएसएन कोड की छपाई का आदेश दिया जाए, इस प्रकार हमारी समस्या का समाधान हो जाएगा।
हम आपके ध्यान में लाते हैं और 8 अंकों के प्रारूप में एचएसएन कोड की विसंगति के संबंध में एक मुद्दे को उजागर करते हैं। जीएसटी परिषद द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार 1 अप्रैल 2021 को 5 करोड़ से अधिक की बिक्री वाले व्यापारी। अब 6/8 अंकों के एचएसएन कोड तैयार करने की आवश्यकता है। इससे इनवॉयस और ई-वे बिल जेनरेट करने में गंभीर विसंगतियां पैदा हो रही हैं। पहले चार अंकों के लिए कई एचएसएन कोड हैं और सही एचएसएन कोड (निम्नलिखित 4 अंक) को पहचानना हमारे लिए एक कठिन कार्य है।
यह भी हमारे संज्ञान में आया है कि यदि दो अलग-अलग विक्रेताओं से खरीदा जाता है तो एक ही सामान में अलग-अलग एचएसएन कोड होते हैं
इस समस्या को ठीक करने के लिए, हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप ळैज् परिषद को पैकेजिंग पर प्रत्येक उत्पाद में 8 अंकों का भ्ैछ प्रिंट करने की सलाह दें। यह सुनिश्चित करेगा कि एचएसएन कोड के साथ कोई भ्रम नहीं है और सही चालान और ई-वे बिल सुनिश्चित करेगा।

पारवानी एवं  दोशी ने बताया कि रायपुर इलेक्ट्रिल मर्चेन्ट एसोसियेशन , रायपुर सायकल मर्चेन्ट एसोसियेशन एवं छत्तीसगढ़ ग्लास एसोसियेशन के व्यापारियों को व्यापार में आ रही समस्याओं को शीघ्र ही संबधित मंत्रालय एवं विभाग को अवगत कराते हुए समस्याओं के निराकरण एवं सुझाव कैट सी.जी. चैप्टर द्वारा दिया जायेगा।
व्यापारी संवाद में रायपुर इलेक्ट्रिल मर्चेन्ट एसोसियेशन , रायपुर सायकल मर्चेन्ट एसोसियेशन एवं छत्तीसगढ़ ग्लास एसोसियेशन के पदाधिकारी एवं कैट सी.जी. चैप्टर के पदाधिकारी मुख्य रूप उपस्थित रहे :- अशोक छाबड़ा, प्रीतपाल सिंह, परमानन्द जैन, अमर संतवानी, श्याम माहेश्वरी, ललित चांडक, नवीन राठी, नरेश माखीजा, महेश प्रसाद राय, मोहन वर्ल्यानी, जयनेन्द्र कुमार, अमर पारवानी, जितेन्द्र दोशी, विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, राजेन्द्र जग्गी, प्रीतपाल सिंह बग्गा, जयराम कुकरेजा, राकेश अग्रवाल, विजय जैन एवं सतीश श्रीवास्तव आदि ।

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