नई दिल्ली
भारतीय फुटबॉल के लिए रविवार का दिन अच्छा नहीं रहा जबकि बंगलूरू एफसी को ईगल्स एफसी के खिलाफ अपने एएफसी कप प्लेऑफ मुकाबले से पहले कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर माले छोड़ने को कहा गया।
जबकि ग्रुप डी के मुकाबले एटीके मोहन बागान के दो खिलाड़ियों प्रबीर दास और एसके साहिल के संक्रमित पाए जाने के बाद स्थगित कर दिए गए। इस ग्रुप के मैच 14 मई से 21 मई तक मालदीव में होने वाले थे।
एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) की ओर से मैच स्थगित करने का कोई कारण नहीं बताया गया है कि लेकिन माना जा रहा है कि कई देशों में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के चलते ऐसा किया गया है। भाग लेने वाली टीमों से कहा गया कि वे या तो स्वदेश लौट जाये या फिर मैचों के लिए मालदीव न जाएं।
एएफसी से जारी बयान में मुताबिक, ‘ इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाली जो टीमें मालदीव पहुंच चुकी है उन्हें देश द्वारा लागू किए गए कोविड-19 स्वास्थ्य एवं यात्रा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपने घर लौटने की व्यवस्था करनी होगी। एएफसी इसमें भाग लेने वाले उन क्लबों और अधिकारियों से यात्रा को रद्द करने के लिए संपर्क में है जो अभी मालदीव नहीं पहुंचे है।’
ग्रुप डी में एटीके मोहन बागान के अलावा बांग्लादेश का बसुंधरा किंग्स और मालदीव की माजिया स्पोर्ट्स एवं रिक्रियेशन क्लब शामिल हैं। ग्रुप की चौथी टीम का फैसला बंगलूरू एफसी और मालदीव की ईगल्स क्लब के बीच होने वाले मैच से होगा।
एटीके मोहन बागान को अपने शुरुआती मैच में 14 मई को बंगलूरू-ईगल्स मैच के विजेता से भिड़ना था। एएफसी ने कोविड-19 महामारी के कारण ग्रुप डी के सभी मैचों का आयोजन एक स्थल पर करने के मकसद से मार्च में मालदीव को मेजबानी का अधिकार सौपा था।
‘ एएफसी कप (दक्षिण) ग्रुप चरण के मैचों को अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है। इस बारे में आने वाले समय में अधिक जानकारी दी जाएगी।’-एशियाई फुटबॉल परिसंघ
बंगलूरू एफसी का ईगल्स एफसी के साथ 11 मई को होने वाला मैच खटाई में है क्योंकि मालदीव के खेल मंत्री अहमद माहलूफ ने बंगलूरू के खिलाड़ियों पर ‘कोविड-19 प्रोटोकॉल के उल्लंघन’ का आरोप लगाया है।
उन्होंने एएफसी को लिखा है कि बंगलूरू एफसी की टीम को देश छोड़ने के लिए कहा जाए। हालांकि सुनील छेत्री की कप्तानी वाली बंगलूरू एफसी ने किस तरह का प्रोटोकॉल तोड़ा है, इसका खुलासा नहीं हुआ लेकिन खेल मंत्री महलूफ ने इसे अस्वीकार्य बताया है।
टीम के मालिक पार्थ जिंदल ने वादा किया है कि दोषी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की रिपोर्ट हैं कि टीम के तीन गैर भारतीय खिलाड़ी/स्टाफ क्वारंटीन प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर माले की गलियों में सैर करते नजर आए। बंगलूरू के खिलाड़ियों को विशेष अनुमति दी गई थी। उन्हें ट्रेनिंग और मैचों की यात्रा के अलावा अपने होटल तक सीमित रहने की अनुमति थी।