उज्जैन में चहुँओर विकास की बह रही है शिप्रा – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री ने नवाखेड़ा में प्रतिभा स्वराज प्रा.लि. कंपनी की ग्रीन गारमेंट फैक्टरी का किया भूमि-पूजन

भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को उज्जैन के नवाखेड़ा में प्रतिभा स्वराज प्रा.लि. कंपनी के ग्रीन गारमेंट फैक्टरी और 275 करोड़ रूपये के 57 विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री चौहान ने चैत्र प्रतिपदा एवं गुड़ी पड़वा की बधाई देते हुए कहा कि हम इस पावन अवसर पर उज्जैन का जन्म-दिन गौरव दिवस के रूप में मना रहे हैं। सम्राट विक्रमादित्य के शासनकाल में उज्जयिनी सर्वश्रेष्ठ नगरों में से एक था। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रीन गारमेंट फैक्टरी के बनने से उज्जैन जिले में 4 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। उज्जैन में जगह-जगह विकास के कार्य दिख रहे हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क शीघ्र ही बनेगा। साथ ही कर्नाटक की बायोटेक कंपनी भी अपना उद्योग स्थापित करने के लिये आयेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सबको देखते हुए लग रहा है कि उज्जैन में चहुँओर विकास की शिप्रा बह रही है। यहाँ न केवल सड़क, बिजली, पानी, अपितु हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैं उज्जैन को आगे बढ़ता देखता हूँ, तो मुझे लगता है मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक और मेरा जीवन धन्य हो गया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने नवाखेड़ा में कहा कि उज्जैन शहर का गौरव दिवस मनाना एक अदभुत क्षण है। आज महाकाल की नगरी अवन्तिका का न केवल सांस्कृतिक पुनर्रुद्धार हो रहा है, अपितु संस्कार, संस्कृति, सामाजिक विकास का पुनर्रुत्थान भी हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जल्द ही उज्जैन में एक और उद्योग का भूमि-पूजन किया जायेगा, जिससे जिले में 5 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में अभूतपूर्व विकास हो रहा है। मैं भी प्रदेश के विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोडूंगा। जन-भागीदारी से उज्जैन को विकास के मार्ग पर आगे ले जायेंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि विभिन्न उद्योगों की स्थापना से महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रतिभा स्वराज प्रा.लि. कंपनी अपने उत्पादों का विदेश में निर्यात करेगी। हमारा गोल्डन गेहूँ भी देश में नहीं, देश से बाहर भी निर्यात होगा।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महाकाल परिक्षेत्र विस्तारीकरण में महाकाल परिसर का विकास हो रहा है। यह ऐतिहासिक विकास है। आज महाकाल की नगरी का अदभुत स्वरूप दिख रहा है। उज्जैन का औद्योगिक विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जून माह में पुन: यहाँ विभिन्न उद्योगों के भूमि-पूजन के लिये आयेंगे।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमें मुख्यमंत्री चौहान जैसा कुशल नेतृत्व मिला है, जिनके मार्गदर्शन में महाकाल परिसर का जीर्णोद्धार हो रहा है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शिक्षा, सामाजिक, धार्मिक एवं आर्थिक क्षेत्र में विकास हो रहा है। डॉ. यादव ने कहा कि गुड़ी पड़वा पर उज्जैन का गौरव दिवस मनाने मुख्यमंत्री चौहान आये हैं, क्योंकि वे उज्जैनवासियों से विशेष स्नेह रखते हैं।

औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि कुछ समय पूर्व जब मुख्यमंत्री  चौहान उज्जैन आये थे, तब किसी ने भी नहीं सोचा था कि वे विभिन्न उद्योगों को उज्जैन में लेकर आयेंगे। उन्होंने कहा कि टेक्सटाइल उद्योग, मेडिकल डिवाइस पार्क, कर्नाटक बायोटेक, अमूल जैसी कंपनियाँ जिले में आ रही हैं। इससे उज्जैन में लगभग 2 हजार करोड़ रुपये तक का निवेश आयेगा और 15 से 20 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि महाकाल की नगरी में विकास के कार्य को कोई भी नहीं रोक सकता है।

प्रतिभा स्वराज प्रा.लि. कंपनी के मालिक शिवकुमार चौधरी ने मुख्यमंत्री चौहान का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि 25 अक्टूबर 2007 को पीथमपुर में प्रतिभा सिंटेक्स का भूमि-पूजन मुख्यमंत्री चौहान द्वारा ही किया गया था। अब प्रतिभा स्वराज प्रा.लि. कंपनी के ग्रीन गारमेंट फैक्टरी का भूमि-पूजन भी मुख्यमंत्री के द्वारा किया जा रहा है। प्रतिभा सिंटेक्स के एमडी श्रेयस्कर चौधरी ने बताया कि ग्रीन गारमेंट फैक्टरी के भूमि-पूजन से हजारों लोगों के सपनों को उड़ान मिलेगी। अगले नौ माह में सर्वश्रेष्ठ इकाई बनकर तैयार हो जायेगी।

मुख्यमंत्री चौहान ने भूमि-पूजन कार्यक्रम में पौधा-रोपण कर पर्यावरण बचाने का सन्देश दिया। सांसद अनिल फिरोजिया, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजद रहे।

मुख्यमंत्री ने बाईक रैली को किया रवाना

मुख्यमंत्री चौहान ने उज्जैन गौरव दिवस पर निकाली गई बाईक रैली को रवाना किया। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव भी रैली में शामिल हुए। बाईक रैली तपोभूमि से प्रारम्भ होकर, कार्तिक मेला ग्राउण्ड तक निकाली गई। रैली में महिलाएँ स्कूटी पर और पुरूष बाईक पर सवार थे। बाईक पर पीछे बैठे लोगों ने भारतीय संस्कृति की प्रतीक भगवा ध्वजा फहराई। रैली में लगभग 5 हजार प्रतिभागी शामिल हुए।

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