आॅनलाइन कोर्स: विक्रम यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार कम्प्यूटर विज्ञान संस्थान में 9 स्टार्टअप शुरू

उज्जैन

आॅनलाइन कोर्स करना चाहते हैं लेकिन अंग्रेजी या कोई अन्य भाषा है तो विक्रम यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी आपकी मदद को तैयार है। आपकी लिखावट खराब हो गई है तो उसे कैसे सुधार सकते हैं। इसके अलावा घर पर बनाए सामान को कौन से बाजार में बेचें, इनके लिए कम्प्यूटर विज्ञान संस्थान ने स्टार्टअप बनाए हैं। इसके लिए उन्हें आर्थिक मदद भी मिलना शुरू हो गई है।

संस्थान के निदेशक डॉ. उमेश कुमार सिंह ने बताया कम्प्यूटर विज्ञान संस्थान, विद्यार्थियों को पढ़ाने के साथ रोजगारपरक शिक्षा प्रदान कर रहा है। उद्यम स्थापित करने की दिशा में यह पहला कदम है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया यूनिवर्सिटी के इतिहास में यह पहला मौका है जब एक साथ 9 स्टार्टअप एक ही दिन में शुरू किए गए हैं। उम्मीद है कम्प्यूटर विज्ञान संस्थान के शिक्षक अपनी क्षमता का उपयोग कर यूनिवर्सिटी के अन्य विभागों में इस प्रकार के स्टार्टअप शुरू करने में सहयोग करेंगे।

इनकी मदद से आगे बढ़ने में मिलेगी मदद

यूनिक एडूहोम
कम्प्यूटर विज्ञान संस्थान के एमसीए के छात्र विशाल यादव ने यूनिक एडूहोम नाम से स्टार्टअप शेखर दिसावाल के मार्गदर्शन में शुरू किया है। यह स्टार्टअप विद्यार्थियों को आॅनलाइन शिक्षण स्थानीय भाषा में व कम कीमतों में प्रदान करेगा। विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों के लिए भी उपयोगी होगा।

होम सर्व
उपभोक्ताओं को घर बैठे वेबसाइट या मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए अलग-अलग फील्ड के विशेषज्ञ जैसे इलेक्ट्रिशियन, पेस्ट कंट्रोल, प्लंबर, इंटीरियर डिजाइनर की सेवाएं 2 घंटे में मुहैया करवाएंगे। यह स्टार्टअप मंगेश सोलंकी ने डॉ. लोकेश कुमार लड्?ढानी के मार्गदर्शन में बनाया है।

वर्ल्ड आॅफ लाइफ फिटनेस
स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और अलर्ट करने के साथ यह स्टार्टअप संबंधित व्यक्ति को यह भी बताएगा कि उनके स्वास्थ्य को कौन-सा तत्व प्रभावित कर रहा है। उसमें सुधार के लिए क्या किया जाए। इसे नवनीत खत्री ने डॉ. भूपेंद्र कुमार पंड्या के मार्गदर्शन में बनाया गया है।

डेस्टिनी बुक्स
विद्यार्थियों को बहुत कम कीमत पर उपयोगी पुस्तकें उपलब्ध करवाने में मदद करेगा। इसे सूरज वर्मा ने कीर्ति दीक्षित के मार्गदर्शन में तैयार किया गया है। उनका कहना है कि यह खास कर ऐसे विद्यार्थियों के लिए उपयोगी रहेगा, जो चाहकर भी पुस्तकालय नहीं जा पा रहे हैं।

आर्ट कनेक्शन
कला प्रेमियों को एक मंच प्रदान करने में मदद करेगा। जहां से वे विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां न्यूनतम दरों पर खरीद सकेंगे। इसे प्रतीक्षा भदौरिया ने कीर्ति दीक्षित के मार्गदर्शन में तैयार किया है। उनका कहना है कि कला जगत में इस तरह के स्टार्टअप की लंबे समय से जरूरत थी।

प्रोजेक्ट ट्रेनर एंड डेवलपर
वेबसाइट डिजाइनिंग, परियोजना प्रबंधन पर विद्यार्थियों को जानकारी मिलेगी। इसे आयुष जोशी ने लोकेश राठौर के मार्गदर्शन में बनाया है। इसके जरिए इच्छुक विद्यार्थियों को प्रबंधन, शैक्षणिक परियोजनाओं में किफायती कीमतों पर सहायता और मार्गदर्शन मिलेगा।

एक्सपर्ट राइटिंग असिस्टेंस
लोग जो वर्ड प्रोसेसिंग का काम नहीं जानते हैं, उनके लिए वर्ड प्रोसेसिंग का काम कर गुड राइटिंग करके कम्प्यूटर से लोगों का काम आसान करने में मदद मिलेगी। इसे दीपक वर्मा ने डॉ. बह्मदत्त शुक्ला के मार्गदर्शन में तैयार किया है।

होम मेड क्रिएशंस
जो लोग होम मेड वस्तुएं बनाते हैं, उन्हें इंटरनेट, आॅनलाइन के जरिए उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। इससे उनके सामान को एक बाजार मिलने में सहायता मिलेगी। इसे वीरेंद्रसिंह परमार ने प्रज्ञा सिंह तोमर के मार्गदर्शन में बनाया है।

बायोफेंसिंग
खेत की मेड़ से किस प्रकार कमाई की जा सकती है। इसे लेकर अर्पित सिंह अटल ने गीतिका सिंह के मार्गदर्शन में स्टार्टअप बनाया है। उनका कहना है कि खेत की मेड़ को अनुपयोगी छोड़ दिया जाता है जबकि उससे भी कमाई की जा सकती है।

कार्यशाला में बढ़ाया विद्यार्थियों का उत्साह
स्टार्टअप की जानकारी साझा करने लिए कम्प्यूटर विज्ञान संस्थान ने स्टार्टअप इंडिया-स्टार्टअप विक्रम यूनिवर्सिटी ए स्टेप टू वर्ड्स आत्मनिर्भर भारत विषय पर एक दिनी कार्यशाला भी रखी। इसमें कुलसचिव डॉ. प्रशांत पुराणिक, स्टेट बैंक आॅफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रबंधक अरुण कुमार सिंह, स्टेट बैंक आॅफ इंडिया तराना ब्रांच के मुख्य प्रबंधक रमेश झा ने अपने विचार साझा किए। होम सर्व के लिए मधुकर विहार ने एक लाख की सहायता दी। इसी तरह कुलपति ने एक लाख रुपए का चेक मंगेश सोलंकी को प्रदान किया।

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