सक्ती/मनोज यादव
सक्ती क्षेत्र के अंतर्गत आयुर्वेद ग्राम बरपाली कला में शासकीय आयुर्वेदिक औषधालय तो है, लेकिन वहां आपको कभी भी जाने पर चिकित्सक नदारद ही मिलेंगे। उसका एक मुख्य कारण आयुर्वेद ग्राम बरपाली कला में जो शासकीय आयुर्वेदि औषधालय है वह बस्ती से काफी दूर है इसका पूरा फायदा वहां कार्यरत चिकित्सक उठा रहे हैं। क्योंकि बस्ती से दूर होने के कारण वहां जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों का कोई ज्यादा हस्तक्षेप नहीं रहता इस कारण वहां कार्यरत चिकित्सक अपने मनमर्जी से कार्य करते हैं। और जब मन चाहे बिना अवकाश के छुट्टी मनाते रहते हैं। बता दे करोना काल में लोगों ने आयुर्वेदिक औषधि पर काफी भरोसा जताया था इस कारण अब जहां भी आयुर्वेदिक औषधालय है वहां लोग पहुंचने लगे हैं और वहां की औषधि को उपयोग भी कर रहे हैं।
लेकिन आयुर्वेद ग्राम बरपाली कला में शासकीय आयुर्वेदिक औषधालय में आप जब भी अपना इलाज के लिए पहुंचेंगे तो वहां अक्सर चिकित्सक नहीं मिलते, जिससे लोगों को काफी निराशा होती है कुछ ग्रामीणों का नाम ना छापने की शर्त पर यह कहना था कि आयुर्वेद ग्राम बरपाली कला में जो चिकित्सक आयुर्वेदिक औषधालय में पदस्थ हैं वह सप्ताह भर में एक-दो दिन ही औषधालय में दिखती हैं।
जिससे लोगों का समय पर इलाज नहीं हो पाता। ग्रामीणों का यह मानना है कि अगर चिकित्सक प्रतिदिन औषधालय में बैठेंगे तो इलाज कराने के लिए लोग बाग जरूर आएंगे क्योंकि बार-बार आने से चिकित्सक नहीं मिलने पर लोगों को निराशा होती है।