मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए शुरू की गई तमाम योजनाओं में से सबसे सफल प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि स्कीम (PM Kisan Yojana) मानी जाती है. इस स्कीम के तहत सरकार देश के किसानों को सालाना 6 हजार रुपये देती है. यह राशि किसानों के खाते में 2-2 हजार रुपये की किस्त के रूप पहुंचती है. जल्द ही इस स्कीम की नौवी किस्त आने वाली है. इस योजना की शुरुआत 2019 में हुई थी. तब से लेकर अब तक इसमें कई बदलाव हो चुके हैं. आइए जान लेते हैं इसके बारे में…
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अनुसार अब तक 10,34,32,471 लोग इस स्कीम से लाभान्वित हो चुके हैं. पिछले साल इसी अवधि में 10,49,20,156 किसानों को 2-2 हजार रुपये मिले थे.
भूमि की जोत को लेकर बदलाव
2019 में इस स्कीम शुरुआत के दौरान उन्ही किसानों को इस योजना के लिए पात्र माना गया था, जिनके पास 2 हेक्टेयर या पांच एकड़ जमीन थी. बाद में अधिक से अधिक किसान परिवारों तक इस स्कीम का लाभ पहुंचाने के लिए भूमि जोत की सीमा को हटा दिया गया.
आधार है अनिवार्य
सरकार ने इस स्कीम के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है. बिना इसके आप पीएम किसान स्कीम का फायदा नहीं ले सकते हैं. पीएम किसान स्कीम के लिए आवेदन करने के लिए आधार नंबर की जरूरत पड़ती है.
खुद कर सकते हैं ऑनलाइन आवेदन
पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध सेल्फ रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन के जरिए अपना आवेदन भर सकते हैं. इसके लिए आपके पास आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक खाता, जमीन के कागजात की जरूरत पड़ती है. अगर ये सब आपके पास हैं तो आप pmkisan.nic.in पर ‘Farmer Corner’ पर जाकर आप इस स्कीम के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
सरकार ने पीएम किसान पोर्टल पर लाभार्थियों के स्टेटस की जांच के लिए एक नई सर्विस जोड़ी है. आप इसके जरिए अपने रजिस्ट्रेशन स्टेटस की जांच कर सकते हैं. साथ ही आपको इस बारे में भी पता चल जाएगा कि आपने अभी तक पीएम किसान स्कीम की कितनी किस्त ली है.
केसीसी को भी कर दिया गया है लिंक
किसान क्रेडिट कार्ड ( KCC) को भी पीएम किसान स्कीम से जोड़ दिया गया है. इससे पीएम किसान के लाभार्थियों के लिए केसीसी के लिए अप्लाई करना आसान हो गया है. केसीसी पर 4 फीसदी ब्याज पर किसानों को तीन लाख रुपये तक का लोन मिलता है.