ऑटो सेल्स डाटा के बाद आज ऑटोमोबाइल शेयरों में एक्शन देखने को मिल रहा है. M&M, BAJAJ AUTO, Eicher Motors, Tata Motors, Hero MotoCorp जैसे शेयरों में तेजी देखने को मिली है. ऑटो सेल्स डाटा पर ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि पैसेंजर व्हीकल्स होलसेल डाट उम्मीद के मुताबिक रहा है, जबकि 2 व्हीलर्स, ट्रैक्टर्स और कमर्शियल व्हीकल्स होलसेल आंकड़े उम्मीद से कमजोर रहे हैं. हालांकि सेमीकंडक्टर की सप्लाई कीं चिंता कम होने के चलते नवंबर में ओवरआल रिकवरी देखने को मिली है. कमर्शियल व्हीकल्स की डिमांड भी पहले से बेहतर हुई है. जबकि 2 व्हीलर्स डिमांड में रिकवरी आनी है. फिलहाल जिस तरह का डिमांड एन्वायरमेंट बना है, ओवरआल सेक्टर का आउटलुक बेहतर नजर आ रहा है. इस बारे में ब्रोकरेज हाउस ने रिपोर्ट दी है.
किस सेग्मेंट का कैसा प्रदर्शन
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक 2 व्हीलर्स हेलसेल वॉल्यूम में सलाना आधार पर 26% और मंथली बेसिस पर 25% गिरवट रही है. पैसेंजर व्हीकल्स सेग्मेंट में वॉल्यूम सलाना आधार पर 3.5% और मंथली बेसिस पर 2% घटा है. कमर्श्यिल व्हीकल सेग्मेंट में वॉल्यूम सलाना आधार पर 10% बढ़ है, जबकि मंथली बेसिस पर 8% घटा है. ट्रैक्टर सेग्मेंट में वॉल्यूम सलाना आधार पर 19% और मंथली बेसिस पर 42.5% घट गया है.
सेक्टर में रिकवरी के संकेत
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में चिप शॉर्टेज की सप्लाई को लेकर चिंता कम हुई है. इससे पैसेंजर व्हीकल्स होलसेल ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा. हालांकि टू व्हीलर सेग्मेंट में अभी भी हाई कास्ट ओनरशिप से रिकवरी होनी है. फिलहाल सेक्टर में डिमांड मजबूत बनी हुई है और बेहतर प्रतियोगी माहौल है. आने वाले दिनों में 4 व्हीलर और टू व्हीलर सेग्मेंट में मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है. कमर्शियल साइकिल में भी मोमेंटम जारी रहने की उम्मीद है. डिमांड रिकवरी के टर्म में हाई विजिबिलिटी और मजबूत कॉम्पिटीटिव पोजिशन पर मौजूद कंपनियों को फायदा मिलेगा.
ब्रोकरेज हाउस शेयरखान भी ऑटोमोबाइल सेक्टर के लेकर पॉजिटिव है. ब्रोकरेज का कहना है कि के दौरान होलसेल में रिकवरी रही है. यह उम्मीद के मुताबिक रहा है. हालांकि सेमीकंडक्टर के इश्यू के चलते पैसेंजर व्हीकल, प्रीमियम टू व्हीलर्स और लइट कमर्शियल व्हीकल की रिटेल सेल्स पर असर पड़ा है. डिमांड बेहतर रहने के बाद भी सेमीकंडक्टर की कमी से दिक्कत बढ़ी. हालांकि मौजूदा वेडिंग सीजन में रिकवरी की उम्मीद है. कंपनियों को उम्मीद है कि कमोडिटी की कीमतों में नरमी आएगी, चिप की दिक्कत दूर हेगी, जिससे आने वाली तिमाही सेक्टर के लिहाज से बेहतर होंगी.