नयी दिल्ली, रूस से भारत का कच्चे तेल का आयात मार्च में बढ़कर 16.4 लाख बैरल प्रतिदिन (बीपीडी) की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। इस तरह रूस से भारत का तेल आयात इराक की तुलना में दोगुना हो गया है। ऊर्जा की खेप पर निगाह रखने वाली वॉर्टेक्सा के अनुसार, रूस लगातार छठे महीने भारत का सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता बना हुआ है। भारत के कच्चे तेल के आयात में रूस का हिस्सा एक-तिहाई से अधिक है।.
फरवरी, 2022 से पहले तक भारत के तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी एक फीसदी से भी कम होती थी। लेकिन, फरवरी, 2023 में यह 35% पहुंच गई। सऊदी अरब से आयात में 16 फीसदी और अमेरिकी आयात में 38 फीसदी की कमी आई है।
16 लाख बैरल प्रतिदिन पहुंचा आयात, हिस्सा बढ़कर 35 फीसदी
भारत रूस से जितना तेल आयात करता है, वह दशकों से उसके आपूर्तिकर्ता रहे इराक और सऊदी अरब के कुल आयात से अधिक है। इराक ने फरवरी में 9,39,921 बैरल प्रतिदिन व सऊदी अरब ने 6,47,813 बैरल प्रतिदिन तेल की आपूर्ति की। यह बीते 16 माह में इराक व सऊदी अरब से हुई सबसे कम आपूर्ति है। फरवरी में यूएई ने 4,04,570 बैरल प्रतिदिन की आपूर्ति कर अमेरिका को पीछे छोड़ दिया।