Bihar : गया पितृपक्ष मेला 17 सितंबर से होगा प्रारंभ,डीएम ने मेला क्षेत्र का किया निरीक्षण भीड़ प्रबंधन की बनी रणनीति,

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पटना,। Bihar : बिहार के गया में हर साल पितृपक्ष के दौरान एक विशाल मेला लगता है और इस बार भी इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। इस साल 17 सितंबर से पितृपक्ष मेले की शुरुआत हो जाएगी। जिसे लेकर जिला प्रशासन की ओर तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं।

गया को पितरों का तीर्थ माना जाता

Bihar : पितृपक्ष के दौरान लाखों लोग गया आते हैं। गया को पितरों का तीर्थ माना जाता है और इसलिए यहां पितृपक्ष के दौरान विशेष रूप से भीड़ होती है। यहां पिंडदान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। इस साल इस मेले में भीड़ प्रबंधन को लेकर पुख्ता तैयारी की जा रही है।

भीड़ प्रबंधन को लेकर पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश

Bihar : भीड़ प्रबंधन को लेकर पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए जा रहे हैं। दरअसल, सभी नदियों, तालाब में जलस्तर बढ़ा हुआ है। पितृपक्ष में विभिन्न सरोवरों, नदियों में तर्पण किया जाता है। ऐसे में पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इधर, गया के जिला पदाधिकारी त्यागराजन एसएम ने मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों, विभिन्न पार्किंग स्थलों, विभिन्न सड़कों पर घूम-घूमकर व्यवस्था का निरीक्षण किया।


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उन्होंने बताया कि गया में आयोजित होने वाले पितृपक्ष मेले में यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विष्णु पथ पर एक नया अप्रोच पथ का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। क्योंकि इससे यात्रियों को आवागमन में सुविधा होगी और भीड़भाड़ कम होगी। नए अप्रोच पथ के उद्घाटन से यात्रियों को एक सुगम मार्ग उपलब्ध होगा जिससे वे आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।

Bihar : पितृपक्ष मेला क्षेत्र में रोशनी की व्यवस्था स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं

पितृपक्ष मेला क्षेत्र में रोशनी की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन द्वारा उल्लेखनीय प्रयास किए गए हैं। ईईएसएल द्वारा 3,584 स्ट्रीट लाइटें और निगम द्वारा 435 स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। मेला क्षेत्र में 17 हाई मास्ट लाइट और 34 मिनी हाई मास्ट लाइट भी स्थापित की गई हैं। ये लाइटें व्यापक क्षेत्र को रोशन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हालांकि, सर्वे के दौरान पाया गया कि इनमें से कुछ लाइटें खराब हैं।

Bihar : मेला क्षेत्र को सजावटी लाइट से सजा कर आकर्षक स्वरूप दिया जाएगा

सीता कुंड द्वार से सीता पथ और चंद चौराहा से विष्णुपद मंदिर तक पूरे मेला क्षेत्र को सजावटी लाइट से सजा कर आकर्षक स्वरूप दिया जाएगा। मेला क्षेत्र के बिजली पोल पर रोप लाइट लगाए जाएंगे। जिला पदाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान स्पष्ट निर्देश दिया कि रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को पूरी सुविधा मिले।

जिला पदाधिकारी ने नगर आयुक्त गया नगर निगम को निर्देश दिया कि मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखें। मेला क्षेत्र में पड़े विभिन्न स्थानों के कचरे की रातों-रात सफाई कराएं।


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Bihar : मेला में देश और विदेश से भी लाखों श्रद्धालुओं

इस वर्ष पितृपक्ष मेला 17 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है। यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें पितरों का श्राद्ध किया जाता है और उनकी आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया जाता है। गया जी में लगने वाला मेला में देश और विदेश से भी लाखों श्रद्धालुओं द्वारा पिंडदान किया जाता है।

Bihar : हिंदू धर्म में पितरों का बहुत सम्मान होता है और मान्यता है कि पितृ प्रसन्न होने पर जीवन में सुख-समृद्धि आती है और परेशानियां दूर होती हैं। पितृपक्ष के दौरान पितरों को श्रद्धांजलि देने से यह संबंध और भी मजबूत होता है। विश्व प्रसिद्ध इस मेले को 2015 में राजकीय मेले का दर्जा मिला था। अब इस मेले को अंतर्राष्ट्रीय मेला का दर्जे की मांग उठने लगी है।

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