बीजापुर, नवीन कुमार लाटकर । बीते मंगलवार को विधायक विक्रम मंडावी के काफिले पर हुए नक्सली हमले पर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने प्रायोजित होने का आशंका जताते हुए मुख्यमंत्री से जांच की मांग की है। भैरमगढ़ स्थित अपने निवास पर प्रेस वार्ता कर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने विधायक के काफिले पर हुए हमले की निंदा की व विधायक और सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। गागड़ा ने सवाल किया विधायक को पुलिस बिना सुरक्षा के कैसे जाने दिया? अगर पुलिस के मना करने के बावजूद भी विधायक गए हैं तो इतना आत्मविश्वास कैसे, क्षेत्र के जनमानस अवगत है विधायक का नक्सल संबंध है लेकिन ये जांच का विषय है।
घाघरा ने आगे कहा कि विधायक हमेशा भाजपा पर आरोप लगाते रहे हैं कि कोई नक्सली डर नहीं है भाजपा के लोग गांव में जाकर काम करना नहीं चाहते अब विधायक बताएं खुद पर हुआ है इस पर क्या कहेंगे। कहीं ना कहीं सरकार नक्सल मोर्चे पर विफल है सरकार बैकफुट पर आ गई है। साथ ही हुए इस घटना को लोकप्रियता के लिए खेला गया खेल होने का आशंका जाहिर करते हुए पूर्व मंत्री गागड़ा ने मुख्यमंत्री से जांच की भी मांग की है।
वहीं गागड़ा ने कहां की विधायक बिना सुरक्षा के अंदरूनी क्षेत्रों में जाते हैं इस प्रकार का अनदेखी सुरक्षा के साथ विधायक ना करें, हमने भी भाजपा के कई नेता खोए हैं जबकि ऐसे घटना किसी के साथ भी नहीं होना चाहिए। प्रदेश के गृह मंत्री और विधायक के बयान का मेल ना खाना को लेकर कहा कि कांग्रेस सरकार ने 4 साल से कोई तालमेल नहीं है वही ग्राम मंत्री को निष्क्रिय बताते हुए गागड़ा ने कहा 4 सालों से लगातार बस्तर में कई बड़े घटना हुआ इस पर कभी कोई बयान नहीं आया यह पहली बार चार बाद आया बयान है। जनप्रतिनिधियों पर खतरा है जिनको सुरक्षा देकर वापस लिया गया है उन्हें वापस सुरक्षा देने की बात गागड़ा ने कही है ।