बीच सड़क पर फ़ोन तोड़कर थप्पड़ मारो चार
नारी होने भर से क्या मिलता है ये अधिकार?
और करेला नीम चढ़े सा भारत का कानून
नारी होती है बेचारी और नर अफ़लातून
भारत के कानून ये कैसी पुलिस बिठा दी?
हिंसक महिला निरपराध ड्राइवर अपराधी!
ओढ़ नारी का चोला फिरतीं सूर्पनखाएँ
कलियुग में लक्ष्मण सड़कों पर नाक कटाएँ
खो देता है पुरुष आत्मसम्मान सड़क पर
पीड़ित अपराधी नय का एलान सड़क पर
ये तो भला हो सत्य कैमरों ने कर डाला शूट
वरना तो कानून की आँखें कबकी चुकी हैं फूट।।
~ हर्ष व्यास