नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव आईएएस अलापन बंदोपाध्याय को केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली बुलाए जाने के बाद खड़े हुए विवाद के बीच सोमवार को वे रिटायर हो गए। उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया है। इस सब के चलते बंगाल सरकार और केंद्र के बीच एक बार फिर जंग छिड़ गई है। दरअसल, बंदोपाध्याय को तीन महीने का कार्यकाल विस्तार मिला था और केंद्र सरकार ने उन्हें प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली रिपोर्ट करने का आदेश दिया था। लेकिन इसे खारिज करते हुए उन्होंने रिटायरमेंट का फैसला लिया। बंदोपाध्याय को दिल्ली में नहीं रिपोर्ट करने को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इस हो हल्ले के बीच ममता ने देश के सभी विपक्षी मुख्यमंत्रियों से केंद्र के खिलाफ बिना किसी डर के अपनी आवाज उठाने की अपील की। सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'वो किसी से नहीं डरतीं। हम मरने के लिए तैयार हैं। उन्होंने शोले फिल्म का डायलॉग देते हुए कहा- जो डरते हैं वो मरते हैं, करेंगे, लड़ेंगे, जीतेंगे। मैं हैरान हूं। मैंने फैसला किया है कि कोरोना के समय में हमें उनकी सेवाओं की जरूरत होगी।' ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि अलापन का मामला दिखाता है कि किस तरह प्रशासनिक अधिकारियों को प्रताड़ित किया जाता है।