कमजोर इम्यूनिटी के चलते हम बहुत जल्दी बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं, यह बात तो हम सब जानते ही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रेन संबंधी बीमारियों जैसे ऑटिज्म व सिजोफ्रेनिया के मरीजों में इम्यून सिस्टम के ठीक से काम न करने से उनके सामाजिक बर्ताव में बदलाव आ सकता है। यह बात एक नए अध्ययन से सामने आई है। शोधकर्ताओं के अनुसार, हमारा निष्कर्ष ब्रेन संबंधी बीमारियों जैसे ऑटिज्म तथा सिजोफे्रनिया के मरीजों के सामाजिक बर्ताव की गहरी समझ में योगदान प्रदान करता है और इनके इलाज की दिशा में नए दरवाजे खोल सकता है।
स्वास्थ्य व बीमारियों में इम्यूनिटी व ब्रेन के बीच संबंधों की जांच करने के लिए शोधकर्ताओं ने एक सिस्टम्स-बायोलॉजी दृष्टिकोण का विकास व इस्तेमाल किया। इस दृष्टिकोण के इस्तेमाल से वैज्ञानिकों ने पाया कि इम्यूनिटी के संकेत चूहे व अन्य जानवरों में सामाजिक बर्ताव को न सिर्फ प्रभावित कर सकते हैं, बल्कि उसे बदल भी सकते हैं।
शोधकर्ताओं ने ब्रेन के कार्यो में दखलंदाजी करने वाले इंटरफेरॉन गामा (आईएफएन-?) की अप्रत्याशित भूमिका की खोज की, जो प्रतिरक्षा कोशिकाओं द्वारा स्रावित होता है और सामाजिक बर्ताव को प्रभावित करता है। शोध के दौरान, उन्होंने पाया कि जब चूहे में आईएफएन-? को निष्क्रिय किया जाता है, तब उसका ब्रेन अति सक्रिय हो जाता है, जिसके कारण उनके द्वारा एक अजीब ढंग का बर्ताव सामने आता है।
वहीं आईएफएन-? को सक्रिय करने पर मस्तिष्क संतुलित ढंग से कार्य करने लगता है और उसका बर्ताव भी सही रहता है। यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया के शोधकर्ताओं के अनुसार, माना जाता था कि ब्रेन तथा इम्यूनिटी एक-दूसरे से अलग थे और ब्रेन में किसी भी प्रकार की प्रतिरक्षा गतिविधि को बीमारी के तौर पर देखा जाता था। उन्होंने कहा कि अब, हम केवल यह नहीं दर्शा रहे हैं कि ये एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं, बल्कि हमारे कुछ बर्ताव विकसित हो चुके हैं, क्योंकि हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली रोगाणुओं से प्रतिक्रिया करती है।