राजकोट, (भाषा)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के जरिये देश में पहली बार एक दूरदर्शी एवं भविष्योन्मुखी शिक्षा प्रणाली तैयार की जा रही है। उन्होंने पिछली सरकारों पर “गुलाम मानसिकता” के कारण देश के खोए हुए गौरव को वापस पाने के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया।.
राजकोट में श्री स्वामीनारायण गुरुकुल के ‘अमृत महोत्सव’ को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि देश में आईआईटी, आईआईएम और मेडिकल कॉलेजों की संख्या 2014 के बाद काफी बढ़ी है। 2014 में मोदी की अगुआई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की पहली सरकार बनी थी। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आप अच्छी तरह से जानते हैं कि भारत का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने में हमारी मौजूदा शिक्षा नीति और संस्थानों की बड़ी भूमिका है। इसलिए आजादी के इस अमृतकाल में शिक्षा अवसंरचना हो या शिक्षा नीति… हम हर स्तर पर काम कर रहे हैं।’
Addressing the 75th Amrut Mahotsav of Shree Swaminarayan Gurukul Rajkot Sansthan. https://t.co/vujkiiFSP7
— Narendra Modi (@narendramodi) December 24, 2022
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘देश में आज आईआईटी, आईआईआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे बड़े शिक्षण संस्थानों की संख्या बढ़ रही है। 2014 के बाद मेडिकल कॉलेजों की संख्या में 65 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई है। नयी शिक्षा नीति के माध्यम से देश पहली बार एक ऐसी शिक्षा प्रणाली तैयार कर रहा है, जो दूरदर्शी और भविष्योन्मुखी है।’