उज्जैन।
CM Shivraj : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में पूजा की, सीएम शिवराज उज्जैन में गौवर्धन पूजा कर उज्जैन महाकाल परिसर में अंकुर अभियान का शुभारंभ कर अंकुर वालिंटियर्स से मिले। प्रदेश और जिलों के वालिंटियर्स से वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा संवाद किये । अंकुर अभियान अंतर्गत गौवर्धन पूजा कर देश एवं प्रदेशवासियों को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रकृति प्रेम के लिये संदेश दिया ।
मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj ने उज्जैन के त्रिवेणी संग्रहालय के पास स्थित बड़े रुद्रसागर में विधि-विधान से #गोवर्धन_पूजा कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और मंगल के लिए प्रार्थना की। pic.twitter.com/bonfju48FC
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) November 5, 2021
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज हमारा विश्व पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहा है। आने वाले समय में सबसे बड़ी चिंता प्रकृति संरक्षण की है। हमारे प्रधानमंत्री मोदी पूरी दुनिया में पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं। उनके नेतृत्व को भारत के साथ अन्य राष्ट्र भी स्वीकार करते हैं। वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी के यह प्रयास अभिनन्दनीय हैं। आम लोगों की भागीदारी के साथ पर्यावरण संरक्षण के महत्वपूर्ण कार्य को अंजाम दिया जाएगा।
#WATCH मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में पूजा की। pic.twitter.com/hHal9rFesU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2021
जी 20 राष्ट्रों की चिंता है कि पृथ्वी को बचाएं। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने विस्तार पूर्वक अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक सूर्य, एक विश्व, एक ग्रिड और ग्रीन ग्रेड की पहल के बीच ,सहयोग से एक साझा और मजबूत वैश्विक ग्रिड विकसित किया जा सकता है। यह एक रचनात्मक पहल है। इससे कार्बन उत्सर्जन और ऊर्जा लागत भी कम होगी। यही नहीं विभिन्न देशों और क्षेत्रों के बीच सहयोग के नए मार्ग भी खुलेंगे।
मख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj महाकाल मंदिर में प्रदेश अध्यक्ष श्री @vdsharmabjp जी और उच्च शिक्षा मंत्री श्री @DrMohanYadav51 जी एवं अन्य गणमान्य साथियों के साथ पूजा-अर्चना कर रहे हैं। pic.twitter.com/5HT0ju12to
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) November 5, 2021
सीएम शिवराज ने कहा है कि विश्व स्तर पर कॉर्बन उत्सर्जन कम करने और वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस की अधिकतम वृद्धि तक सीमित रखने और समूचे पर्यावरण को संतुलित रखने के उद्देश्य से सदस्य देशों को एकजुट किया जा रहा है। यूके के ग्लासगो में चल रहे संयुक्त राष्ट्र संघ के कॉप-26 में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की ओर से पांच वादे किए हैं।
इस संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क सम्मेलन में भारत ने वर्ष 2030 तक अपनी गैर जीवाश्म ऊर्जा क्षमता 500 गीगावाट तक पहुंचाने, ऊर्जा की 50 प्रतिशत जरूरत अक्षय ऊर्जा से पूरी करने, कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन में एक बिलियन टन की कमी करने और अपनी अर्थव्यवस्था की कार्बन तीव्रता को 45 प्रतिशत से भी कम करने का वादा किया है।