माँ की उपासना ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती ll – माँ दुर्गा की साधना, उपासना, व्रत के लिए पढें सर्वमान्य ग्रंथ श्रीदुर्गासप्तशती, सम्पूर्ण प्रथमः से त्रयोदशोऽध्यायः तक

अध्यात्म,

साधना, उपासना, व्रत के लिए एक सर्वमान्य ग्रंथ श्री दुर्गा सप्तशती आराधना से सबके कष्ट दूर होते हैं. ‘श्री दुर्गाजी के   ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती ॥ का पाठ को पाठकों के लिए प्रस्तुत करने का एक प्रयास है |जगज्जननी माँ भगवती श्री दुर्गा जी की कृपा से एवं गुरु जी श्री संकर्षण शरण जी के आशीर्वचनों से सप्तशती संक्षिप्त पाठ-विधिसहित पाठकों के समक्ष प्रस्तुत की जा रही है। इसमें कथा-भाग तथा अन्य बातें हैं, जो श्री दुर्गा सप्तशती एवं ‘कल्याण’ के विशेषाङ्क ‘संक्षिप्त मार्कण्डेय ब्रह्मपुराणाङ्क’ में प्रकाशित हो चुकी हैं। वही सप्तशती के क्रम में संक्षिप्त पाठ विधि विधान सहित एवं अर्थ श्लोक सहित दुर्गा जी की महिमा को दैनिक हिन्द मित्र के वेबसाइट http://dainikhindmitra.com/ पर पाठकों के लिए प्रस्तुत करने का एक प्रयास है ।

श्री दुर्गा सप्तशती महत्व एवं पाठ विधि

श्री दुर्गा सप्तशती महत्व – साधना, उपासना, व्रत के लिए एक सर्वमान्य ग्रंथ श्री दुर्गा सप्तशती आराधना से सबके कष्ट दूर होते हैं. https://dainikhindmitra.com/साधना-उपासना-व्रत-के-लिए-ए/ 

श्री दुर्गा सप्तशती पाठ विधि : ‘सप्तशती के पाठ विधि, विनियोगःमंत्र,शापोद्धार से जगज्जननी माँ भगवती श्री दुर्गा जीआराधना करें https://dainikhindmitra.com/सप्तशती-के-पाठ-विधि-विनि/ 

दुर्गाजी के अष्टोत्तरशतनामका पाठ – दुर्गाजी के जो प्रतिदिन अष्टोत्तरशतनामका पाठ करता है, उसके लिये तीनों लोकों में कुछ भी असम्भव नहीं https://dainikhindmitra.com/दुर्गाजी-के-जो-प्रतिदिन-अ/

देवी कवच – दुर्गाजी के जो प्रतिदिन ॥ देवी का कवच ॥ पाठ करता है, उनका कभी कोई अमङ्गल नहीं होता https://dainikhindmitra.com/दुर्गाजी-के-जो-प्रतिदिन-द/

दुर्गाजी के थार्गलास्तोत्रम् – दुर्गाजी के ॥अथार्गलास्तोत्रम् ॥ मंत्र का रहस्य जाने, मंत्र से सौभाग्य और आरोग्य, परम सुख मिलती है https://dainikhindmitra.com/दुर्गाजी-के-॥अथार्गलास्त/

दुर्गाजी के ॥अथ कीलकम् ॥ मंत्र – माँ के उपाशना, दुर्गाजी के ॥अथ कीलकम् ॥ मंत्र से सौभाग्य और आरोग्य, परम सुख मिलती है https://dainikhindmitra.com/माँ-के-उपशना-और-नवरात्री-क/

श्री दुर्गा सप्तशती

श्रीदुर्गासप्तशती प्रथमोऽध्यायः – माँ के उपाशना दुर्गाजी के ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती प्रथमोऽध्यायः ॥ पुष्टि, तुष्टि, शान्ति और क्षमा भी तुम्हीं हो https://dainikhindmitra.com/माँ-के-उपाशना-और-नवरात्री/

श्रीदुर्गासप्तशती द्वितीयोऽध्यायः – माँ के उपाशना दुर्गाजी के ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती द्वितीयोऽध्यायः॥ महिषासुरमर्दिनी, महालक्ष्मी की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक मिट https://dainikhindmitra.com/माँ-के-उपाशना-और-नवरात्री-2/ 

श्रीदुर्गासप्तशती तृतीयोऽध्यायः – माँ के उपाशना श्रीदुर्गाजी के ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती तृतीयोऽध्यायः॥ सेना पतियों सहित महिषासुर का वध https://dainikhindmitra.com/माँ-के-उपाशना-और-नवरात्री-3/

श्रीदुर्गासप्तशती चतुर्थोऽध्यायः – माँ के उपाशना श्रीदुर्गाजी के ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती चतुर्थोऽध्यायः ॥ देवी की स्तुति जगत की घोर पीड़ा का नाश करने वाली https://dainikhindmitra.com/माँ-के-उपाशना-और-नवरात्री-4/

श्रीदुर्गासप्तशती पञ्चमोऽध्यायः – माँ के उपाशना श्रीदुर्गाजी के ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती पञ्चमोऽध्यायः ॥ देवी सम्पूर्ण विपत्तियों का नाश कर देती हैं https://dainikhindmitra.com/माँ-के-उपाशना-और-नवरात्री-5/

श्रीदुर्गासप्तशती षष्ठोऽध्यायः – माँ के उपासना श्रीदुर्गाजी के ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती षष्ठोऽध्यायः॥ देवी सारे दुर्गुणों का सर्वनाश कर देती हैं https://dainikhindmitra.com/माँ-के-उपाशना-और-नवरात्री-6/

श्रीदुर्गासप्तशती सप्तमोऽध्यायः – माँ के उपासना श्रीदुर्गाजी के ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती सप्तमोऽध्यायः॥ देवी सारे दुर्गुणों का सर्वनाश कर देती हैं https://dainikhindmitra.com/माँ-के-उपासना-और-नवरात्री/

श्रीदुर्गासप्तशती अष्टमोऽध्यायः – माँ की उपासना ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती अष्टमोऽध्यायः॥  https://dainikhindmitra.com/माँ-की-उपासना/

श्रीदुर्गासप्तशती नवमोऽध्यायः – माँ की उपासना ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती नवमोऽध्यायः॥ साधना, व्रत के लिए एक सर्वमान्य ग्रंथ श्री दुर्गा सप्तशती आराधना से सबके कष्ट दूर होते हैं https://dainikhindmitra.com/माँ-की-उपासना-॥-अथ-श्रीदुर/

श्रीदुर्गासप्तशती दशमोऽध्यायः एवं एकादशोऽध्यायः – माँ की उपासना ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती दशमोऽध्यायः एवं एकादशोऽध्यायः॥ साधना, व्रत के लिए एक सर्वमान्य ग्रंथ श्री दुर्गा सप्तशती आराधना से सबके कष्ट दूर होते हैं. https://dainikhindmitra.com/भुवनेश्वरी-देवी-का-ध्यान/ 

श्रीदुर्गासप्तशती द्वादशोऽध्यायः – माँ की उपासना ॥ अथ श्रीदुर्गासप्तशती द्वादशोऽध्यायः॥ साधना, व्रत के लिए एक सर्वमान्य ग्रंथ श्री दुर्गा सप्तशती आराधना से सबके कष्ट दूर होते हैं https://dainikhindmitra.com/माँ-की-उपासना-॥-अथ-श्रीदुर-2/ 

श्रीदुर्गासप्तशती त्रयोदशोऽध्यायः – माँ की उपासना ॥अथ श्रीदुर्गासप्तशती त्रयोदशोऽध्यायः॥ साधना, व्रत के लिए एक सर्वमान्य ग्रंथ श्री दुर्गा सप्तशती आराधना से सबके कष्ट दूर होते हैं https://dainikhindmitra.com/माँ-की-उपासना-॥अथ-श्रीदुर/

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