भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारे को रिहा किया जाना दुर्भाग्यजनक

रायपुर,

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के हत्यारे जो आजीवन कारावास की सजा भोग रहे थे ऐसे हत्यारों को रिहा करना दुर्भाग्यजनक है। केंद्र में मोदी भाजपा की सरकार बनने के बाद से राजीव गांधी के हत्यारे को जेल से रिहा कराने का निरन्तर प्रयास किया गया। मोदी पहले तमिलनाडु के राज्यपाल को हत्यारे को रिहा करने सिफारिश भेजा जिसे राज्यपाल ने राष्ट्रपति को भेज दिया। जिस पर कोई निर्णय नहीं हुआ तो सुप्रीम कोर्ट का ये कहते हुए कि बनवरीलाल पुरोहित, जो भाजपा के पूर्व वरिष्ठ नेता हैं, राष्ट्रीय कार्यकारिणी और शायद महासचिव उपाध्यक्ष भी रहे हैं, वो गवर्नर तमिलनाडु थे और राष्ट्रपति ने भी इस विषय में कोई निर्णय नहीं लिया, इसलिए भारत सरकार के नॉमिनी गवर्नर और राष्ट्रपति के ना निर्णय लेने के कारण को देखते हुए उन्होंने राजीव गांधी के एक हत्यारे को रिहा कर दिया है। स्वाभाविक तौर से अब सब हत्यारे रिहा हो जाएंगे।

प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे करोड़ों-करोड़ों भारतीय, उनकी आत्मा आहत हुई है, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने राजीव गांधी के एक हत्यारे को आज रिहा कर दिया। तथ्य बड़े स्पष्ट हैं और जिम्मेदार सीधे मोदी सरकार है। मोदी, कांग्रेस और भाजपा छोड़िए, क्या यही आपका राष्ट्रवाद है? क्या यही आपका तौर-तरीका है कि कोई निर्णय ही ना लो और आखिर में अदालत उस आधार पर राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा कर देती है? अगर हर वो व्यक्ति जिसको आजीवन कारावास हुआ है, उसे छोड़ना है, तो फिर हजारों भारतीय जेलों में बंद हैं उन्हें आजीवन कारावास की सजा मिली है उन्हें भी रिहा कर दीजिए और हिंदुस्तान की जेल में आजीवन कारावास के कैदी हैं, उन्हें भी छोड़ दीजिए और कानून एवं संविधान भी छोड़ दीजिए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि देश के लिए दुखद है। कांग्रेस के हर साथी में अथाह दुख और रोष है, पर इस देश के हर एक व्यक्ति को जो भारत और भारतीयता में विश्वास रखता है, जो उग्रवाद के खिलाफ लड़ने में विश्वास रखता है, जो भारत की संप्रभुता और अखंडता को चुनौती देने वाली हर ताकत को मुँह तोड़ जवाब देना चाहता है, आज उस हर व्यक्ति की आत्मा छलनी हो गई है, क्योंकि ये कांग्रेस के नेता का सवाल नहीं, इस देश के प्रधानमंत्री थे राजीव गांधी, जिन्होंने इस देश के लिए कुर्बानी दी थी। राजीव गांधी ने कांग्रेस नहीं, देश के लिए कुर्बानी दी थी और अगर उनके हत्यारों को आज की सरकार अपनी छोटी और सस्ती राजनीति के लिए रिहा करवाने में अदालत को हालात पैदा कर देगी, तो ये अपने आपमें अति दुर्भाग्यपूर्ण है, निंदनीय है और हम इसकी कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। देशवासी अवश्य देख लें कि किस प्रकार की सरकारें आज सत्ता में हैं और उग्रवाद को लेकर उनका रवैया क्या है।

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