बच्चो को ये स्किल्स जरूर सिखाये

जीवन कौशल जिसे लाइफ स्किल कहते हैं, विकास के साथ चलते हैं। ये लाइफ स्किल आपके बच्चे को जीवन में सफल होने में बहुत मदद करते हैं। इसलिए पैरेंट्स होने के नाते आपको अपने 10 साल तक के बच्चे को वो सभी स्किल्स की ट्रेनिंग देनी चाहिए, जो उसके लिए जरूरी है।
स्किल्स ऐसी होनी चाहिए, जिसे वह अपने रूटीन में आसानी से शामिल कर सकें। बता दें कि बच्चे इन सभी कौशल को बचपन से ही सीख सकते हैं। यहां हम आपको अपने बच्चों को कुछ तरह की लाइफ स्किल्स सिखाने के सरल तरीके बता रहे हैं।

​सिंपल भोजन तैयार करना सिखाएं

एक मां होने के नाते, जब भी आप किचन में खाना बनाएं तो अपने बच्चे को अपने साथ मदद के लिए खड़ा करें। उसे चाकू या कांटे का इस्तेमाल करना बताएं।
आप बच्चे को रसोई में खुद से तैयार की जाने वाले डेजर्ट, केक और स्मूदी बनाना सिखा सकती हैं। 5 साल और इससे ज्यादा वर्ष के बच्चों को सैंडविच और स्मूदी बनाने का तरीका सिखाएं। जबकि 7 से 8 साल तक की उम्र का बच्चा मफिन्स, पिज्जा जैसे टोस्टर ओवन फेवरेट आजमा सकता है। 8-10 साल तक के बच्चे कप केक, ड्राय केक, कुकीज बेक करना यकीनन एन्जॉय करेंगे।

​वेब का से इस्तेमाल करना सिखाएं

आजकल बच्चे पहले से ज्यादा समय स्क्रीन पर बिता रहे हैं। इसमें कुछ रूल्स फॉलो करना बहुत जरूरी है, ताकि वे डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रह सकें। इसलिए अपने बच्चे के लिए ऐसा पासवर्ड चुनें, जिसका अनुमान लगाना कठिन हो, इसे हमेशा नीजि रखें। बच्चों को सिखाएं कि केवल उन लोगों के साथ चैट करें, जिन्हें आप वास्तिवक जीवन में जानते हैं।

कभी भी फेसबुक या इंस्टाग्राम जैसे अकाउंट्स पर अपने नंबर , पता और व्यक्तिगत जानकारी न दें। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बच्चे को बताएं कि मुद्दा कोई भी हो, वे बेजिझक आपके पास आ सकते

कपड़े धोना सिखाएं

आज भी कॉलेज जाने वाले ऐसे बहुत से टीन्स हैं, जिन्हें कपड़े कैसे धोते हैं, नहीं पता। अपने बच्चे को इन बच्चों में से एक न बनने दें। जब बच्चे 6 या 7 साल के आसपास हो जाएं, तब पैरेंट्स होने के नाते आप उन्हें कपड़े धोने की ट्रेनिंग दे सकते हैं। अगर आप मशीन में कपड़े धोते हैं, तो उन्हें बताएं कि डिटर्जेंट का यूज कैसे करना है और मशीन का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए।

​घाव का इलाज करना सिखाएं

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा घबराए नहीं, तो उसे घाव का इलाज करना सिखाएं। उसे बताएं कि यदि कट या खरोंच से खून बह रहा है, तो एक साफ कपड़े से उस क्षेत्र को तब तक दबाए रखें , जब तक की ब्लीडिंग रूक न जाए।

गिफ्ट रैप करने की सीख दें

बच्चों को गिफ्ट देना जितना पसंद होता है उसे पैक करने में भी उन्हें बेहद मजा आता है। इसलिए अगर आपका बच्चा 10 साल की उम्र तक का है, तो आप उसे गिफ्ट रैप करना सिखा दीजिए। अगर बच्चा 3-5 साल का है, तो वह गिफ्ट के लिए बॉक्स ढूंढने और गिफ्ट के चारों तरफ पेपर लपेटने में आपकी हेल्प कर सकता है।

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