बच्चों व किशोर-किशोरियों के लिए कांकेर जिला चिकित्सालय में आयोजित हुआ एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर

कांकेर,

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग कांकेर द्वारा स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए जिला अस्पताल में आज शून्य से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों व किशोर-किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए विशेष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया।  राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत होने वाले इस शिविर में स्वास्थ्य जांच के साथ ही स्वास्थ्य परामर्श एवं उपचार सेवा भी प्रदान की जाएगी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जे.एल. उइके ने शिविर के सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया,” राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों व किशोर-किशोरियों के कान, नाक, गला, हड्डी, नेत्र रोग सहित कार्डियोलोजिस्ट(हृदय रोग विशेषज्ञ) और न्यूरोलॉजिस्ट (मस्तिष्क रोग विशेषज्ञ) द्वारा स्वास्थ्य जांच की जाएगी। शिविर में फिजियोथेरेपी की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। शिविर का लाभ लेने आये मरीजों को उपचार उपरांत दवा का वितरण भी किया जाएगा। इसके लिए जिले में कार्यरत सभी चिरायु दलों को निर्देशित किया गया है।”

संयुक्त संचालक सह अस्पताल अधीक्षक डा. सुनीता मेश्राम ने बताया,” बच्चो के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को समय पर पता लगाकर उनका उचित इलाज करवाने हेतु राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इस शिविर का प्रमुख उद्देश्य विभिन्न रोगो से लड़ रहे बच्चों के रोगों की शुरुआती दौर में ही पहचान कर उसका उपचार करते हुए बीमारी को खत्म करके उनके भविष्य को उज्वल बनाना है। बदलते मौसम में स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानी होना आम बात है। इसलिए मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए समस्या आने से पहले ही सावधानी के साथ सतर्कता बरतने से स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों पर सहजता से नियंत्रण किया जा सकता है। विशेषकर गर्मी के मौसम में बच्चों व किशोर-किशोरियों को भी कई तरह की स्वास्थ्यगत परेशानियां होने लगती हैं तथा इससे बचाव के लिए हरसंभव प्रयास किए जाते हैं। जिले में विभिन्न जनजागरुकता कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं।”

सिविल सर्जन डॉ.आर. सी. ठाकुर बताया,”कलेक्टर चन्दन कुमार के मार्गदर्शन में आज 23 मई को जिला चिकित्सालय कांकेर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत चिन्हांकित बच्चों का विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार के लिए शिविर का आयोजन किया जाएगा। शिविर में जिला चिकित्सालय के विशेषज्ञ चिकित्सक, आयुष्मान भारत अंतर्गत अनुबंधित निजी चिकित्सालय वी.वाय.हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजिस्ट सेवाएं देंगे। शिविर में शून्य से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों व किशोर-किशोरियों के साथ ही शिशु रोग संबंधी समस्या होने पर भी परिजन शिविर में उपस्थित होकर विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श एवं उपचार सेवा ले सकते हैं।”

क्या है राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत आरबीएसके फरवरी 2013 में आरंभ किया गया था। बच्चों के जीवन की समग्र गुणवत्ता को ऊपर उठाने के और उन्हें अपनी सम्पूर्ण क्षमता को पाने योग्य बनाने के लिए प्रारंभ किया गया था। इस कार्यक्रम में जन्म से अठारह वर्ष तक के बच्चों की स्वास्थ्य जाँच शामिल है। स्वास्थ्य जाँच में चार श्रेणियों- जन्म जात रोग, कमियाँ , बीमारियाँ, विकास में देरी से सम्बंधित 32 रोगों की जाँच की जाती है, ताकी इन रोगों का शीघ्र पता लगाते हुए बीमार बच्चों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें साथ ही इसमें तृतीयक स्तर पर सर्जरी भी शामिल है। इन चार श्रेणियों में श्रेणीबद्ध रोगों को 4डी (4D) के नाम से भी जाना जाता है।

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