नगालैंड फायरिंग पर संसद में गृह मंत्री अमित शाह बोले- गलत पहचान की वजह से चली गोली

नई दिल्ली,

गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने नगालैंड (Nagaland Firing Incident) में हुई गोलीबारी के मामले पर सोमवार को लोकसभा में बयान दिया. गृह मंत्री ने केंद्र सरकार की ओर से इस घटना पर खेद जताते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. गृह मंत्री ने कहा, ‘सेना को ओटिंग, सोम में चरमपंथियों की गतिविधि की सूचना मिली थी. इसी आधार पर 21 कमांडो ने संदिग्ध इलाके में घात लगाकर हमला किया.’ उन्होंने बताया कि वहां एक वाहन पहुंचा, उसे रुकने का इशारा किया लेकिन उसने भागने की कोशिश की. ऐसे में चरमपंथियों को ले जा रहे वाहन के संदेह में, उस पर गोली चलाई गई.

शाह ने कहा, ‘वाहन में सवार 8 लोगों में से 6 की मौत हो गई. बाद में पता चला कि पहचान में गलती हुई है. घायल हुए 2 अन्य लोगों को सेना द्वारा निकटतम स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. इसकी खबर मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने आर्मी यूनिट को घेर लिया, 2 वाहनों में आग लगा दी और उन पर हमला कर दिया.’ उन्होंने कहा, ‘इस हमले के परिणामस्वरूप, सुरक्षा बलों का एक जवान शहीद हो गया, साथ ही कई अन्य जवान घायल हो गए.’ उन्होंने कहा, ‘सुरक्षा बलों को आत्मरक्षा और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग का सहारा लेना पड़ा. इससे 7 और नागरिकों की मौत हो गई, कुछ अन्य घायल हो गए. शाह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन-पुलिस ने स्थिति सामान्य करने की कोशिश की.

हालात तनावपूर्ण लेकिन काबू में

लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘मौजूदा स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है. 5 दिसंबर को नगालैंड के डीजीपी और कमिश्नर ने घटनास्थल का दौरा किया. प्राथमिकी दर्ज कर गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जांच राज्य अपराध पुलिस थाने को सौंप दी गई है.’ उन्होंने सदन को बताया कि मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर एक माह में जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं.

गृह मंत्री ने इसके बाद रविवार की घटना के बारे में बताया कि घटना के बाद 5 दिसंबर की शाम को लगभग 250 लोगों की उत्तेजित भीड़ ने मोन शहर में असम राइफल्स के कंपनी ऑपरेटिंग बेस में तोड़फोड़ की और बिल्डिंग में आग लगा दी. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए असम राइफल्स को गोलियां चलानी पड़ीं. इससे एक और नागरिक की मौत हो गई. अमित शाह ने कहा, ‘प्रभावित क्षेत्र में किसी अन्य घटना को टालने के लिए अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है. सेना के तृतीय कोर मुख्यालय द्वारा एक प्रेस बयान जारी किया गया है जहां निर्दोष नागरिकों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत की घटना पर खेद व्यक्त किया गया है.’

कानून के मुताबिक दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई

लोकसभा में गृह मंत्री ने बताया कि सेना ने इस घटना के कारणों की उच्चतम स्तर पर जांच शुरू कर दी है जिसमें कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि घटना की खबर मिलते ही मैंने तुरंत राज्य के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से संपर्क किया. साथ ही गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव और डीजीपी से भी संपर्क किया. शाह ने कहा, ‘कल हालात का जायजा लिया गया था. गृह मंत्रालय ने तत्काल पूर्वोत्तर के प्रभारी अतिरिक्त सचिव को कोहिमा भेजा जहां उन्होंने आज मुख्य सचिव, अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. स्थिति की विस्तार से समीक्षा की गई.

गृह मंत्री ने कहा, ‘बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि सभी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इस तरह के अभियान चलाते समय भविष्य में इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं दोबारा न हों. सरकार घटना की बारीकी से निगरानी कर रही है और क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं.

बता दें नगालैंड के मोन जिले में एक के बाद एक गोलीबारी की तीन घटनाओं में सुरक्षाबलों की गोलियों से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य घायल हो गए. उग्र भीड़ गोलीबारी के घटना में शामिल सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग कर रही थी.

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