लखनऊ,
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) शनिवार सुबह यानी नौ अक्टूबर को आखिरकार क्राइम ब्रांच के सामने पेश हो गए। वह करीब 10 बजकर 40 मिनट पर क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंचे। यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। आशीष मिश्रा पर किसानों को जीप से कुचलने का आरोप है। इससे पहले आशीष मिश्रा शुक्रवार को लखीमपुर खीरी में पुलिस के सामने पेश नहीं हुए, इसलिए उनके घर के बाहर दूसरा नोटिस चस्पा कर उन्हें शनिवार सुबह 11 बजे तक का समय दिया गया था। गुरुवार को दो लोगों को गिरफ्तार किए जाने के बाद पुलिस ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष को लखीमपुर खीरी हिंसा के सिलसिले में पेश होने के लिए कहा था।
यूपी पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो लोगों में बनबीरपुर गांव के लवकुश और निघासन तहसील के आशीष पांडेय शामिल हैं। पिछले रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। आरोप हैं कि इन किसानों को गाड़ी से कुचला गया था।
किसानों ने दावा किया था कि आशीष मिश्रा काफिले के किसी गाड़ी में सवार थे। हालांकि, आशीष और उनके पिता अजय मिश्रा ने इन आरोपों से इनकार किया था। पुलिस ने मंत्री के बेटे और अन्य के खिलाफ दर्ज FIR की जांच के लिए उप महानिरीक्षक (डीआईजी) उपेंद्र अग्रवाल की अध्यक्षता में नौ सदस्यीय टीम का गठन किया था।
तीन अक्टूबर को किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में चार किसान थे, जो कथित तौर पर अजय मिश्रा के बेटे द्वारा चलाए जा रहे गाड़ियों से कुचल गए। इसके साथ ही, अन्य बीजेपी कार्यकर्ता और एक ड्राइवर था जिन्हें प्रदर्शनकारियों द्वारा कथित तौर पर गाड़ियों से खींच लिया गया था और पीट-पीट कर मार डाला गया। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट कर रही है।