देहरादून
उत्तराखंड मेंं 2022 विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी और युवाओं के रोजगार का मुद्दा राजनैतिक दलों के लिए सबसे बड़ा मुद्दा बनने जा रहा है। सत्ताधारी बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही कई बार इस मुद्दे पर आमने-सामने आ चुके हैं। बीजेपी जहां युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी आने के बाद से 25 हजार से ज्यादा युवाओं को रोजगार देने का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस की चुनाव अभियान की कमान संभाल रहे पूर्व सीएम हरीश रावत चुनाव से पहले जोर-शोर से रोजगार गारंटी कार्ड का दांव खेल रहे हैं। 1 लाख लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का है बीजेपी का दावा सबसे पहले बात सत्ताधारी बीजेपी की। युवा चेहरे के तौर पर पुष्कर सिंह धामी के सीएम बनने के बाद से ही बीजेपी लगातार युवाओं को टारगेट करने में जुटी है। सीएम बनने के बाद से पुष्कर सिंह धामी लगातार दावा कर रहे हैं कि सरकार युवाओं को रोजगार से जोड़ने का काम कर रही है।
15 अगस्त से सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने का काम शुरू कर दिया गया है। सीएम ने ये भी कहा कि करीब 25 हजार पद भरे जाने हैं लेकिन इससे बेरोजगारी दूर नहीं होनी है। इसलिए सरकार अब कोरोना काल में अपने घरों को वापस आए करीब एक लाख लोगों को स्वरोजगार से जोड़ेगी। सरकार की मंशा है कि युवा रोजगार मांगने वाले नहीं बल्कि रोजगार देने वाले बने। साफ है कि बीजेपी चुनाव में जाने से पहले युवाओं को यह विश्वास दिलाने में लगी है कि सत्ता में रहते युवाओं को रोजगार की गारंटी बीजेपी ही दे सकती है।
कांग्रेस की और से पूर्व सीएम हरीश रावत चुनावी अभियान की कमान संभाले हुए हैं। हरीश रावत ने युवाओं को मिस कॉल देकर युवा मांगे रोजगार से जोड़ने को लेकर सोशल मीडिया के जरिए अभियान में शुरु किया हुआ है। इसके साथ ही हरीश रावत का कहना है कि उनकी सरकार ने 2014 से 2016 तक प्रदेश के सरकारी विभागों में रिकॉर्ड रोजगार देने का काम किया है। इसके साथ ही 2017 में चुनाव के पहले उनके द्वारा रोजगार गारंटी कार्ड बांटे गए थे और बहुत से युवाओं ने वह कार्ड भरे थे। अब वे उन युवाओं से अपील कर गारंटी कार्ड मांग रहे हैं। जिससे 2022 में वापस राज्य में कांग्रेस की सरकार आने पर वे ऐसे बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिला सके। आप का आध्यात्मिक रोजगार कार्ड 2022 विधानसभा चुनाव में पहली बार उत्तराखंड में किस्मत आजमा रही आम आदमी पार्टी भी रोजगार के मुद्दों पर युवाओं को अपनी तरफ रिझाने में जुट गई है।
आप के घोषित सीएम चेहरे अजय कोठियाल का कहना है कि उनकी पार्टी सरकार आने पर उत्तराखंड को हिंदुओं की अध्यात्मिक राजधानी बनाएगी, जिससे चारधाम की यात्रा पर आने वाले स्थानीय लोगों को विभिन्न प्रकार के रोजगार मिलेंगे। कर्नल कोठियाल ने कहा कि चारधाम यात्रा की जगह अगर उत्तराखंड आध्यात्मिक राजधानी बन गई, तो यहां पर भी अलग तरह की भावनाएं आनी शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि जो आध्यात्मिक टूरिज्म, उत्तराखंड से निकलकर केरल में प्रसिद्ध हो गया, वह सारा उत्तराखंड में आ जाएगा और इसकी एक अलग ताकत बन जाएगी।