नई दिल्ली: Tibet Big Earthquake: तिब्बत में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.5 मापी गई। यह झटके उस भयानक भूकंप के बाद आए हैं, जिसने मंगलवार को तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के शिगाजे शहर में 6.8 तीव्रता के साथ तबाही मचाई थी। इस भूकंप में अब तक 53 लोगों की मौत और 62 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं।
Tibet Big Earthquake: भूकंप का केंद्र और प्रभाव
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (USGS) और भारतीय राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र टिंगरी काउंटी, शिजांग में था। यह स्थान नेपाल के खुम्बू हिमालय क्षेत्र के लोबुत्से से लगभग 90 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित है।
- चीन की रिपोर्ट: चीन के भूकंप नेटवर्क केंद्र ने इसकी गहराई 10 किलोमीटर और तीव्रता 6.8 दर्ज की।
- नेपाल में असर: नेपाल के काठमांडू, काभ्रेपलान्चोक, सिंधुपाल्चोक, धाडिंग, और सोलुखुंबु जिलों में भी भूकंप महसूस किया गया।
Tibet Big Earthquake: नेपाल में भय और यादें ताजा
नेपाल में भूकंप के झटकों ने लोगों को 2015 के विनाशकारी भूकंप की याद दिला दी, जिसमें 9,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
- बार-बार झटके: यूएसजीएस के अनुसार, सुबह 7 बजे से लेकर एक घंटे के भीतर 4-5 तीव्रता के 6 झटके महसूस किए गए।
- लोगों में डर: भूकंप से डरे लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सड़कों पर आ गए। कई ने पेड़ों और बिजली के तारों को हिलते हुए देखा।
Tibet Big Earthquake: सरकार की आपदा राहत और भविष्य की तैयारियां
तिब्बत और नेपाल की सरकारें आपदा राहत और पुनर्निर्माण के प्रयासों में जुटी हैं। विशेषज्ञों ने क्षेत्र में भूकंप के संभावित खतरों को देखते हुए सतर्कता बढ़ाने की सलाह दी है।