आज यानी कि 3 जुलाई को उनका 122वां जन्मदिन है. गूगल ने डूडल बनाकर पैरा ओलंपिक गेम्स के संस्थापक को सम्मान दिया है. आज गूगल ने सर लुडविग गट्टमन के सम्मान में डूडल बनाया है. बता दें कि पैरा ओलंपिक गेम्स को शुरू करने की श्रेय सर लुडविग गट्टमन को ही जाता है. आज यानी कि 3 जुलाई को उनका 122वां जन्मदिन है. गूगल ने डूडल बनाकर पैरा ओलंपिक गेम्स के संस्थापक को सम्मान दिया है.
सर लुडविग गट्टमन का जन्म
लुडविग गट्टमन का जन्म पौलेंड (तत्कालीन जर्मनी) की तोस्त नामक जगह पर 3 जुलाई 1899 को हुआ था. वह एक मशहूर न्यूरोलॉजिस्ट थे, रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) की चोटों के इलाज की विशेषज्ञता के चलते वह पूरे जर्मनी में मशहूर थे. हालांकि हिटलर के उदय के बाद एक यहूदी होने के कारण उन्हें जर्मनी छोड़ना पड़ा और वह साल 1939 में इंग्लैंड में बस गए.
साल 1948 में पहली बार उन्होंने दिव्यांग हो चुके लोगों के लिए एक आर्चरी (Archery) मुकाबले का आयोजन कराया. दिव्यांगों के लिए किया गया यह पहले स्पोर्ट्स आयोजन था, जो कि बाद में पैरा ओलंपिक गेम्स में बदल गया. शुरुआत में इन गेम्स को स्टॉक मेंडेविल्ले गेम्स कहा जाता था, जो कि सर लुडविग गट्टमन के अस्पताल का नाम था.
पैरा ओलंपिक गेम्स के जरिए डॉ. सर लुडविग गट्टमन ने दिव्यांगों के लिए जो किया, उसे पूरी दुनिया हमेशा याद रखेगी. साल 1960 में पहली बार पैरा ओलंपिक गेम्स का आयोजन किया गया. इन गेम्स की बदौलत दिव्यांग लोगों को एक नई दिशा मिली और वह निराशा से उबकर बेहतर इंसान बने. बता दें कि इस साल भी पैरा ओलंपिक गेम्स होने हैं, जो कि 24 अगस्त 2021 से शुरू होकर 5 सितंबर 2021 तक चलेंगे.