मुंबई: Pushpa 2 Movie Review: फिल्म पुष्पा द रूल (पुष्पा 2) पुष्पराज के जीवन के अगले चरण को दिखाती है। पिछले भाग में पुष्पा ने घोषणा की थी, “मैं झुकेगा नहीं,” और अब यह एलान करता है, “मैं हरगिज नहीं झुकेगा।” कहानी बचपन से पुष्पा की दर्दभरी यात्रा को दिखाती है और इस बार उसकी लड़ाई अपने परिवार और सम्मान के लिए है। पुष्पा की पत्नी श्रीवल्ली मां बनने वाली है, और पुष्पा चाहता है कि उसकी बेटी अपने ससुराल में वह सम्मान पाए, जिसकी कमी उसने अपने जीवन में महसूस की है।
- मुख्य कलाकार
अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना, फहद फासिल, जगदीश प्रताप भंडारी, जगपति बाबू, प्रकाश राज, राव रमेश, सौरभ सचदेवा, ब्रह्माजी, श्रीलीला - लेखक
सुकुमार, श्रीकांत विस्सा, राजेंद्र सप्रे (हिंदी संवाद) - निर्देशक
सुकुमार - निर्माता
नवीन येरनेनी, यलमिनचिली रवि शंकर - रिलीज डेट
5 दिसंबर 2024 - रेटिंग: 🌟🌟🌟🌟 (4/5)
अल्लू अर्जुन का दमदार अभिनय
अल्लू अर्जुन ने पुष्पराज के किरदार में एक बार फिर जान डाल दी है। उनकी कड़क आवाज और शानदार स्क्रीन प्रजेंस फिल्म का मुख्य आकर्षण है। श्रेयस तलपड़े ने उनके हिंदी डबिंग में भी बेहतरीन काम किया है। पुष्पा का बचपन से गंधर्व पुष्पराज बनने का सफर दर्शकों को बांधे रखता है।
Pushpa 2 Movie Review: रश्मिका मंदाना का सशक्त किरदार
रश्मिका मंदाना ने श्रीवल्ली के किरदार में संतुलन और गहराई लाने का प्रयास किया है। हालांकि उन्हें फिल्म में सीमित स्पेस मिला, लेकिन एक सीन में उनकी अदाकारी दर्शकों के दिल को छू जाती है। उनका सामी के प्रति समर्पण और भावुकता फिल्म की कहानी को भावनात्मक आधार प्रदान करती है।
Pushpa 2 Movie Review: फिल्म के अन्य पात्र और कमजोर कड़ियां
फहद फासिल का किरदार भंवर सिंह शेखावत इस बार खास प्रभावित नहीं कर पाता। सुकुमार ने इसे आगे बढ़ाने की बजाय सीमित कर दिया, जिससे यह कहानी में एक कमजोर कड़ी बन गया। श्रीलीला का “आइटम सॉन्ग” समांथा रुथ प्रभु की उपस्थिति की कमी को पूरी तरह भरने में विफल रहा।
तकनीकी उत्कृष्टता
फिल्म के सिनेमैटोग्राफर कुबा ब्रोजेक मिरोस्लॉव ने अद्भुत काम किया है। फिल्म के हर दृश्य में रंगीनता और भव्यता झलकती है। प्रीतशील सिंह ने अल्लू अर्जुन के लुक्स को और भी प्रभावशाली बनाया है। हालांकि, नवीन नूली का संपादन बेहतर हो सकता था, जिससे फिल्म की लंबाई कम की जा सकती थी।
Pushpa 2 Movie Review: संगीत और बैकग्राउंड स्कोर
संगीतकार देवी श्री प्रसाद का काम इस बार कमजोर नजर आया। हिंदी ट्रैक्स में उनकी पकड़ ढीली रही। बैकग्राउंड स्कोर में एस थमन और सैम सी एस ने मदद की, जिससे फिल्म को ऊर्जा मिली।
कहानी का प्रभाव और समापन
पुष्पा 2 की कहानी में सुकुमार ने पिछली फिल्म की तरह एक रिवर्स स्विंग का प्रयोग किया है। जापान के बंदरगाह से शुरू होकर लाल चंदन के जंगल तक पहुंचने वाली यह कहानी दर्शकों को बांधे रखती है। क्लाइमेक्स में पुष्पा का तांडव नृत्य और एक्शन सीक्वेंस फिल्म की सबसे बड़ी हाईलाइट्स में से एक हैं।
Pushpa 2 Movie Review: पुष्पा द रूल (पुष्पा 2) भले ही कुछ जगहों पर कमजोर हो, लेकिन इसकी भव्यता, अल्लू अर्जुन का अभिनय और सुकुमार की शानदार निर्देशन शैली इसे दर्शकों के लिए एक विजुअल ट्रीट बनाते हैं। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी, बैकग्राउंड स्कोर और इमोशनल कनेक्ट इसे 2024 की बेहतरीन फिल्मों में जगह दिलाते हैं।