प्रधानमंत्री मोदी का ‘मन की बात’ में आत्मनिर्भर भारत पर जोर, कहा ‘मन की बात’ नीति नहीं, जुनून है

PM's Man Ki Baat
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नई दिल्ली: PM’s Man Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 115वें एपिसोड में आत्मनिर्भर भारत अभियान को देश के लिए एक नया जुनून बताया। उन्होंने इस विचारधारा को महज एक सरकारी नीति नहीं, बल्कि जन-आंदोलन बताया। देश की एकता के प्रतीक, सरदार पटेल और भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर उनकी दूरदर्शिता और प्रेरणा का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के हर नागरिक को उनके एकजुटता के संदेश से सीखना चाहिए।

PM’s Man Ki Baat:आत्मनिर्भर भारत: नीति नहीं, जुनून

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज से सिर्फ 10 साल पहले, यदि किसी ने कहा होता कि भारत जटिल तकनीकों का विकास कर रहा है, तो शायद लोगों को विश्वास नहीं होता।” लेकिन अब, आत्मनिर्भर भारत ने प्रौद्योगिकी से लेकर विज्ञान तक के क्षेत्रों में अद्वितीय सफलता प्राप्त की है। हाल ही में, लद्दाख के हान्ले में एशिया के सबसे बड़े इमेजिंग टेलीस्कोप, MACE का उद्घाटन हुआ, जो 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह वैज्ञानिक प्रगति भारत के आत्मनिर्भरता के प्रति संकल्प को दर्शाता है।

सरदार पटेल और भगवान बिरसा मुंडा का योगदान

मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल और भगवान बिरसा मुंडा जैसे महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनकी 150वीं जयंती वर्ष मनाने का निर्णय लिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दोनों महापुरुषों के सामने विभिन्न प्रकार की चुनौतियाँ थीं, लेकिन उनका एकमात्र लक्ष्य था – ‘देश की एकता’। सरदार पटेल ने भारतीय राज्यों को एक सूत्र में बांधने का काम किया, वहीं बिरसा मुंडा ने जनजातीय अधिकारों और संस्कृति के लिए संघर्ष किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदर्शिता हमें आज भी प्रेरित करती है।

PM’s Man Ki Baat: भारत का एनिमेशन और गेमिंग क्षेत्र में बढ़ता प्रभाव

प्रधानमंत्री ने भारतीय एनिमेशन और गेमिंग उद्योग के बढ़ते प्रभाव पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने ‘छोटा भीम’, ‘कृष्णा’, ‘मोटू-पतलू’, और ‘बाल हनुमान’ जैसे लोकप्रिय एनिमेटेड किरदारों का उदाहरण देते हुए बताया कि भारतीय एनिमेशन ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि भारत की रचनात्मकता अब दुनिया भर में सराही जा रही है और एनिमेशन व गेमिंग का क्षेत्र तेजी से उभर रहा है। भारतीय गेमिंग उद्योग भी नई ऊंचाइयों को छू रहा है, जो देश के नवाचार और आत्मनिर्भरता का एक और प्रतीक है।

साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता

प्रधानमंत्री मोदी ने साइबर अपराधों के प्रति लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि “डिजिटल दुनिया में लोगों को फर्जी फोन कॉल या संदेशों से डरना नहीं चाहिए। कोई भी जांच एजेंसी कभी भी फोन कॉल या वीडियो कॉल पर जानकारी नहीं मांगती।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि लोग जागरूक रहें और किसी भी प्रकार की ठगी से बचने के लिए सावधान रहें।

PM’s Man Ki Baat: वोकल फॉर लोकल: त्योहारों में स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता

प्रधानमंत्री ने ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान पर भी बल दिया, विशेष रूप से त्योहारों के इस मौसम में। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दें और भारत के छोटे उद्योगों को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा कि यह नया भारत है, जहां ‘मेक इन इंडिया’ अब ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ बन गया है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमें न केवल भारत को आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि इसे नवाचार के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना है।”

‘मन की बात’ का सफर

प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के सफल सफर का जिक्र किया। इस कार्यक्रम की शुरुआत 3 अक्टूबर 2014 को हुई थी, और तब से यह 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों में प्रसारित होता है। इसके साथ ही इसे 11 विदेशी भाषाओं, जैसे फ्रेंच, चीनी, तिब्बती, अरबी आदि में भी प्रस्तुत किया जाता है। ‘मन की बात’ न केवल एक कार्यक्रम है, बल्कि यह एक मंच है, जो देश के कोने-कोने में बसे लोगों को जोड़ता है और उन्हें राष्ट्र निर्माण के कार्य में सम्मिलित होने के लिए प्रेरित करता है।

प्रधानमंत्री मोदी का ‘मन की बात’ कार्यक्रम भारत के आत्मनिर्भरता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत को जन-आंदोलन बनाते हुए स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने का आह्वान किया। साथ ही, सरदार पटेल और भगवान बिरसा मुंडा के योगदान को स्मरण करते हुए, उनके विजन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया। साइबर सुरक्षा और एनिमेशन के क्षेत्र में बढ़ती भारतीय प्रतिभा पर गर्व करते हुए, मोदी ने सभी से देश की एकता, सुरक्षा और विकास में सहयोग की अपील की।


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