नई दिल्ली,
पीएम मोदी बर्लिन में भारतीय समुदाय के लोगों से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे जर्मनी में ‘मां भारती’ के बच्चों से मिलने का अवसर मिला। आप सभी से मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है। आप में से कई लोग जर्मनी के विभिन्न शहरों से बर्लिन आए हैं। सुबह मैं बहुत हैरान था कि यहां इतनी ठंड है लेकिन कई छोटे-छोटे बच्चे भी सुबह 4-4.30 बजे आ गए थे। आपका ये प्यार और आपका आशीर्वाद मेरी बहुत बड़ी ताकत है।
PM Modi ने कहा, ‘आज का भारत मन बना चुका है, संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है और आप भी जानते हैं कि जब किसी देश का मन बन जाता है तो वो देश नए रास्तों पर भी चलता है और मनचाही मंजिलों को प्राप्त करके भी दिखाता है।
Delighted to interact with the Indian community in Berlin. https://t.co/alspwulUS4
— Narendra Modi (@narendramodi) May 2, 2022
‘आज मैं आपसे न मेरी बात करने आया हूं और न ही मोदी सरकार के बारे में बात करने आया हूं लेकिन आज मन करता है कि जी भरकर आप लोगों से करोड़ों हिंदुस्तानियों की सामर्थ्य की बात करूं और उनका गौरवगान करूं। मैं वहां के हिंदुस्तानियों की नहीं बल्कि यहां के हिंदुस्तानियों की बात भी कर रहा हूं।’
आज का भारत तेज विकास चाहता है: पीएम मोदी
‘आज का आकांक्षी भारत, आज का युवा भारत, देश का तेज विकास चाहता है। वो जानता है कि इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और प्रबल इच्छाशक्ति कितनी आवश्यक है। इसलिए भारत के लोगों ने तीन दशकों से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया।’
Prime Minister Narendra Modi greets members of the Indian community as he concludes his address to them at Theater at Potsdamer Platz in Berlin, Germany. pic.twitter.com/wtpGO80GX3
— ANI (@ANI) May 2, 2022
मोदी ने कहा, ‘सकारात्मक बदलाव और तेज़ विकास की आकांक्षा ही थी कि जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी। ये भारत की महान जनता की दूरदृष्टि है कि साल 2019 में उसने, देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया।’
उन्होंने कहा, ‘देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसके विकास का नेतृत्व करें। देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसकी दिशा तय करें। अब आज के भारत में सरकार नहीं बल्कि देश के कोटि-कोटि जन ही ड्राइविंग फोर्स हैं।
मैं देश का पहला ऐसा प्रधानमंत्री हूं जो आजाद हिंदुस्तान में पैदा हुआ: PM मोदी
इस साल हम आज़ादी का 75वां वर्ष मना रहे हैं। मैं देश का पहला ऐसा प्रधानमंत्री हूं जो आजाद हिंदुस्तान में पैदा हुआ हूं। भारत जब अपनी आजादी का 100वां वर्ष मनाएगा, उस समय देश जिस ऊंचाई पर होगा, उस लक्ष्य को लेकर आज हिंदुस्तान मजबूती के साथ एक के बाद एक कदम और तेजी से आगे बढ़ रहा है।
आज भारत में गवर्नेंस में टेक्नोलॉजी का जिस तरह समावेश किया जा रहा है, वो नए भारत की नई पॉलिटिकल विल भी दिखाता है और लोकतंत्र की डिलीवरी-क्षमता का भी प्रमाण है। बीते 7-8 साल में भारत सरकार ने DBT के द्वारा 22 लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि लाभार्थियों के खातों में भेजी। कहीं कोई बिचौलिया, कोई कट कम्पनी, कोई कटमनी नहीं।’
मोदी ने कहा, ‘नया भारत अब सिर्फ सिक्योर फ्यूचर की नहीं सोचता, बल्कि रिस्क लेता है, इनोवेट करता है, इन्क्युबेट करता है। मुझे याद है, 2014 के आसपास, हमारे देश में 200-400 ही स्टार्ट अप्स हुआ करते थे। आज 68 हजार से भी ज्यादा स्टार्टअप हैं, दर्जनों यूनिकॉर्न हैं।’
उन्होंने कहा, ‘अंग्रेजों की परंपराओं के कारण सरकार और लोगों के बीच विश्वास का एक व्यापक अंतर था। शक के बादल थे क्योंकि ब्रिटिश शासन के दौरान जो देखा गया था उसे बदलने के लिए आवश्यक गति का अभाव था। यह समय की मांग थी कि आम लोगों के जीवन में सरकार की उपस्थिति कम हो।